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4 साल पहले लालू और नीतीश में इसी बात को लेकर हुई थी तकरार, अब मंत्री पर ही उठ रहे सवाल - नीतीश कुमार

बिहार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने पद से इस्तीफे की पेशकश की है. इसके बाद से ही बिहार की सियासत गरम है. कुछ इसी तरह का मामला चार चाल पहले भी आया था, जब नीतीश ने लालू से 'संबंध' ही तोड़ लिया था. पढ़ें पूरी खबर...

transfer posting in bihar
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Published : Jul 2, 2021, 9:28 AM IST

पटना: बिहार के समाज कल्याण मंत्री मंदन सहनीने इस्तीफे की पेशकश की है. जानकारी के अनुसार, इस्तीफे की पेशकश के पीछे ट्रांसफर-पोस्टिंग का मामला है. खबरों की माने तो मदन सहनी ( Madan Sahni ) अपने मुताबिक जिलों में अफसरों का तबादला करना चाहते थे, लेकिन उनके विभाग का एक अफसर ही रास्ते का रोड़ा बना गया.

होता है ट्रांसफर-पोस्टिंग में बड़ा खेल
जानकारी के अनुसार, जून महीने में लगभग सभी विभागों में ट्रांसफर-पोस्टिंग का बड़ा खेल होता है. अफसर से लेकर क्लर्क तक का तबादला होता है. बताया जाता है कि विभागीय मंत्री ( Social Welfare Minister Madan Sahni ) अपने हिसाब से ट्रांसफर-पोस्टिंग ( Transfer Posting ) करना चाहते थे.

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एक सप्ताह में सैकड़ों कर्मचारियों का हुआ ट्रांसफर
बिहार में एक सप्ताह में लगभग सभी विभाग से सैकड़ों कर्मचारियों का ट्रांसफर किया गया है. इसमे क्लर्क से इंजीनियर तक शामिल हैं. लेकिन समाज कल्याण विभाग में किसी भी कर्मचारी का तबादला नहीं हुआ है. खबर है कि अफसर और मंत्री में ऐसी ठनी कि किसी का तबादला नहीं हुआ और उसी का देन है कि मंत्री को अब इस्तीफे की पेशकश करनी पड़ी.

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4 साल पहले भी हुआ था विवाद
लगभग 4 साल पहले साल 2017 में जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी, तब भी नीतीश और लालू ( Nitish-Lalu ) में ठन गई थी. बताया जाता है कि उस वक्त नीतीश कुमार ने ट्रांसफर-पोस्टिंग की वजह से ही लालू से अलग हो गए थे और बीजेपी से हाथ मिला लिए थे.

खबरों के अनुसार, उस वक्त लालू और नीतीश में खटपट की वजह ट्रांसफर-पोस्टिंग थी. बताया जाता है लालू अपने पसंदीदा अफसरों को तैनात करना चाहते थे, लेकिन सीएम नीतीश तैयार नहीं थे. इसी बीच सुशील मोदी ( Sushil Kumar Modi ) लालू परिवार को लेकर रोज नए-नए खुलासे करने लगे. फिर क्या था नीतीश ने मौका देखकर महागठबंधन से अलग हो गए और बीजेपी के साथ मिलकर एक बार फिर बिहार में सरकार बना ली.

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अब क्या करेंगे नीतीश?
खबरों के अनुसार, चार साल बाद एक बार फिर सरकार में विवाद की वजह ट्रांसफर-पोस्टिंग ही है. मदन सहनी बार-बार कह रहे हैं ऐसे पद पर रहने का क्या फायदा, जब वो आम आदमी का कोई काम नहीं कर सकते. सहनी ने कहा कि उनके विभाग में अधिकारियों का राज चल रहा है. ऐसे में अब उनके पास दूसरा कोई रास्ता नहीं है.

खबरों की माने तो मदन सहनी नियमों पर ताक पर रखकर ट्रांसफर-पोस्टिंग करना चाहते थे, लेकिन समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. इसके बाद दोनों में ठन गई, जिसका नतीजा सबके सामने है. ऐसे में अब ये देखना होगा कि सीएम नीतीश ( CM Nitish Kumar ) आगे क्या करते हैं.

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