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RJD के 'कृष्ण' की 'अर्जुन' को सलाह- हे अर्जुन! मन अशांत है और इसे नियंत्रित करना कठिन है - rjd lalu yadav

अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ बगावती तेवर अख्तियार करने के बाद आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव अब बदले हुए नजर आ रहे हैं. बयानबाजी करने के बजाय लगातार ट्वीट कर अपनी मनोदशा को उजागर कर रहे हैं. कभी उनका मन होता है तो कभी उन्हें अपने अर्जुन में अहंकार दिखता है. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Sep 5, 2021, 8:09 AM IST

पटना: अपने बगावती तेवर के चलते आरजेडी (RJD) में बवाल मचाने वाले लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे एवं बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से उन्होंने मीडिया में कोई ऐसा बयान नहीं दिया है जिससे पार्टी के भीतर घमासन बढ़े. वे सोशल मीडिया के माध्यम अपनी बात और मनोदशा को व्यक्त कर रहे हैं.

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एक दिन पहले ही तेज प्रताप यादव ने भागवद् गीता का एक उपदेश ट्वीट किया था. इसे पढ़कर ऐसा लगा कि इस आरजेडी नेता ने बागी रवैया छोड़कर अब कर्म करने पर फोकस करने का फैसला लिया है. लेकिन साथ ही लग रहा है कि तेज प्रताप यादव काफी विचलित भी हैं क्योंकि लगातार ट्वीट कर रहे हैं, आधी रात को भी. माना जा रहा है कि वे एक प्रकार से अप्रत्यक्ष तौर पर अपने 'अर्जुन' तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को लक्ष्य कर ही लिख रहे हैं.

अपने मन को वश में करने के लिए तेज प्रताप शनिवार की रात पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे भी, 10 मिनट तक इंतजार किया, लेकिन खबर है कि उनको बैरंग की लौटना पड़ा. तेज प्रताप घर लौटे पर मन अशांत था. इस मनोस्थिति में उन्होंने एक बार और आधी रात को अपने अर्जुन के लिए ट्वीट किया- अहंकार मानव का और मानव समाज का इतना बड़ा शत्रु है, जो सम्पुर्ण मानव जाति के कष्ट का कारण और अन्ततः विनाश का द्वार बनता है.

उनके इस ट्वीट के बाद सवाल उठने लगा है कि क्या राजद के कृष्ण को अपने अर्जुन में अहंकार दिखने लगा है. पिछले कुछ घटनाक्रमों को जोड़े तो साफ दिख रहा है कि तेज प्रताप के बर्ताव से आरजेडी में खासी नाराजगी है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह एपिसोड के बाद काफी बवाल हुआ था. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तब दिल्ली गये थे. उनके जाने के एक दिन बाद ही रात को अचानक तेज प्रताप भी सड़क मार्ग से दिल्ली रवाना हो गये थे. दिल्ली जाने से पहले उन्होंने तेजस्वी के एक नजदीकी के खिलाफ जमकर जहर उगला था. दिल्ली में भी दोनों भाइयों के बीच वैसी बातचीत होने के खबर नहीं है जैसे पहले होती रही है. रक्षाबंधन के दिन दोनों भाई राखी बंधवाने मीसा भारती के घर पहुंचे थे, लेकिन अलग-अलग समय पर.

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उसके बाद तेजस्वी का सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व में गये प्रतिनिधिमंडल के साथ पीएम से मिलने के कार्यक्रम था. अन्य व्यस्तताएं थीं. यहां गौर करने लायक बात यह है कि दिल्ली रवाना होने पहले तेजस्वी ने तेज प्रताप को बड़ों का सम्मान करने की नसीहत दी थी. उनका इशारा तेज प्रताप द्वारा जगदानंद सिंह के खिलाफ की गयी टिप्पणी की ओर था. उसके बाद दोनों भाई अलग-अलग पटना लौटे.

पटना लौटने के बाद तेज प्रताप लगातार ट्वीट कर रहे हैं. एक दिन पूर्व ही उन्होंने ट्वीट करते हुए अपने मन की स्थिति का वर्णन कुछ इस प्रकार से किया था- हे अर्जुन! मन अशांत है और इसे नियंत्रित करना कठिन है, लेकिन अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता है. अब उसके बाद शनिवार की आधी रात को यह ट्वीट करने कि-अहंकार मानव का और मानव समाज का इतना बड़ा शत्रु है, जो सम्पुर्ण मानव जाति के कष्ट का कारण और अन्ततः विनाश का द्वार बनता है.

अब सवाल उठ रहा है कि क्या तेज प्रताप को अपने अर्जुन में अहंकार दिख गया है. इसलिए वे ऐसा लिख रहे हैं. या फिर तेज प्रताप यादव अपने इस ट्वीट से छोटे भाई तेजस्वी को कोई संदेश देना चाहते हैं. ये इसलिए क्योंकि तेज प्रताप अकसर अपने छोटे भाई को 'अर्जुन' और खुद को उनका सारथी 'कृष्ण' बताते रहे हैं.

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बता दें कि आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) शनिवार शाम अचानक राबड़ी आवास पहुंचे. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से मुलाकात करने की कोशिश की नहीं हो सकी. हालांकि राबड़ी आवास से लौट रहे तेज प्रताप यादव ने मीडिया को इसको लेकर कुछ नहीं कहा था.

बता दें कि तेज प्रताप यादव की गाड़ी राबड़ी आवास के अंदर 10 मिनट तक रही. इसके बावजूद तेजस्वी या उनके साथ रहने वाले लोगों ने कोई रिस्पांस नहीं लिया. उसके बाद तेज प्रताप राबड़ी आवास से अपने आवास लौट गए.

सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार शनिवार को खुद तेज प्रताप तेजस्वी से मिलकर बात करना चाहते थे. लेकिन राबड़ी आवास जाने के बावजूद उनकी बात तेजस्वी से नहीं हो पाई. यहां तक कि उस आवास में मौजूद गॉर्ड ने भी तेजस्वी के बारे में पूछने पर अनभिज्ञता जाहिर की. बाद में 10 मिनट के बाद तेज प्रताप बैरंग राबड़ी आवास से लौट गए. उसके बाद ही शनिवार की आधी रात को उन्होंने 'अहंकार' वाला ट्वीट किया.

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