पटना: बिहार में महागठबंधन 2 की सरकार बन चुकी है. इसमें कांग्रेस भी शामिल है. नई सरकार में कांग्रेस की क्या भूमिका होगी? इस बारे में ईटीवी भारत ने बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) के कार्यकारी अध्यक्ष कोकब कादरी से बात कर उनकी राय जानने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि कांग्रेस का यह प्रयास रहा है कि शांति और एकता देश में बनी रहे. प्रदेश में अब महागठबंधन की सरकार बनी है और उसमें कांग्रेस का अहम रोल है तो हमारी कोशिश शांति, एकता, अखंडता के साथ विकास करने की है.
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गांधी जी की विचारधारा से चलती है कांग्रेस: नई सरकार के बारे में बात करते हुए कोकब कादरी ने कहा कि कांग्रेस का यही फाउंडेशन रहा है कि देश में एकता, अखंडता और शांति बहाल रहे. कांग्रेस हमेशा महात्मा गांधी की विचारधारा पर चलती रही है. देश की राजनीति पीछे रहे, लेकिन एकता और अखंडता सबसे आगे रहे. बिहार में और देश में हमारी पार्टी की अध्यक्ष की हमेशा यह सोच रही है कि विपक्ष के तमाम दल साथ रहे. राज्य में नीतीश कुमार की जो सरकार चल रही थी. उसमें कहीं न कहीं विकास की गति अवरुद्ध हो गई थी. एक साजिश रची जा रही थी और बिहार में महाराष्ट्र के जैसा प्रकरण दोहराने का प्रयास किया जा रहा था. अब समान विचारधारा के लोग जुड़े हैं. कुछ दलों ने अनकंडीशनल सपोर्ट भी किया है.
नहीं हो पा रहा था विकास का कामःजेडीयू के फिर से महागठबंधन में शामिल होने पर कोकब कादरी ने बताया कि कांग्रेस, जेडीयू और आरजेडी चुनाव में गई और सरकार में भी रही. हमने सफलतापूर्वक अपने कार्यों का निर्वहन भी किया था, लेकिन बीच में जो डेवलपमेंट हुए उससे हम भी आहत थे. बाद में सीएम नीतीश कुमार को भी इस बात का अहसास हुआ कि वह जो डेवलपमेंट का काम करना चाहते थे वह कर नहीं पा रहे हैं. शपथ लेने के बाद तेजस्वी यादव ने भी सबसे पहले यही कहा कि हम यहां रोजगार के अवसर पैदा करेंगे. कांग्रेस पार्टी की भी सोच यही है कि बिहार का जो स्वर्णिम इतिहास रहा था. एक जमाने में यहां बड़ी संख्या में चीनी मिले हुआ करती थी. औद्योगिकरण की नीति लागू थी. इन तमाम बातों को लेकर हम एक नए बिहार बनाने की ओर आगे बढ़ेंगे. एक रणनीति के तहत कि कैसे हम बिहार को और समृद्ध करें? कैसे एक सुंदर वातावरण का निर्माण हो? इसके लिए प्रयास होगा.
''कांग्रेस पार्टी को कौन कौन से डिपार्टमेंट मिलेगी इसका फैसला शीर्ष नेतृत्व लेती है. साझा सरकार बनती है तो शीर्ष स्तर पर सोल मीटिंग होती इसके लिए दिल्ली में राहुल जी बैठे हैं वो फैसला लेंगे, जो भी पोर्टफोलियो होगा उसमें हम यह चाहेंगे कि हमें महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो मिले, ताकि हम विकास की धारा को आगे बढ़ाएं''-कोकब कादरी, कार्यकारी अध्यक्ष
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