पटना: शुक्रवार को लालू यादव के 17 ठिकानों पर सीबीआई का छापा (CBI Raid At Lalu Yadav Patna Delhi Residence) पड़ा है, जिसके बाद से बिहार में सियासत गर्म हैं. कभी आरजेडी की सहयोगी रही कांग्रेस ने इस कार्रवाई को गलत बताया है. कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि जिस तरह से सीबीआई ने 15 साल बाद राबड़ी देवी के आवास पर छापेमारी की है, वह गलत है. निश्चित तौर पर ऐसा कार्य सीबीआई जांच एजेंसी को नहीं करना चाहिए. सबसे पहले सीबीआई पर कार्रवाई होनी चाहिए कि आखिर वह 15 साल तक ऐसे मामले को लेकर क्यों नहीं कार्रवाई करते थे और क्यों नहीं इसकी जांच की.
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''लालू परिवार के साथ जो हो रहा है गलत है. पूरा कांग्रेस परिवार लालू यादव के साथ है. लगातार केंद्र में बैठी हुई सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर विपक्षियों को डराने धमकाने का काम कर रही है जो कि गलत है. जब-जब विधानसभा का चुनाव आता है या विधान परिषद का चुनाव आता है या राज्यसभा का चुनाव होता है, इस तरह की घटना देखने को मिलती है. पूरे देश में क्या सिर्फ और सिर्फ विपक्ष ही केंद्र सरकार की नजर में गलत है. सत्ता में बैठे हुए ऐसा कोई नहीं है जो घोटाला या घपला कर रहा है. ऐसे ही देश में महंगाई बढ़ रही है. ऐसे ही बेरोजगारी बढ़ रही है. इन सब बातों का जवाब केंद्र सरकार के पास नहीं है. सीबीआई का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है. जनता सब कुछ देख रही है और जनता ऐसी कार्रवाई के लिए केंद्र और राज्य सरकार को माफ नहीं करेगी.''-अजीत शर्मा, कांग्रेस विधायक दल के नेता
रेल मंत्री रहते घोटाले का आरोप: बता दें कि यह मामला भर्ती घोटाले से जुड़ा है. साल 2004 से साल 2009 के बीच लालू रेलमंत्री थे. आरोप है कि नौकरी लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू और उनकी बेटी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. खबरों की मानें तो लालू यादव के अलावा उनके परिवार के सदस्यों को भी नये मामले में आरोपी बनाया गया है.