पटना:नीति आयोग की रिपोर्ट (NITI Aayog Report) में बिहार एक बार फिर निचले पायदान पर है. आयोग ने देश के गरीब राज्यों की जो सूची जारी की है, उसके मुताबिक बहुआयामी गरीबी सूचकांक (Multidimensional Poverty Index) में बिहार निचले स्थान पर है. बिहार में लगभग 52% लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं. इस रिपोर्ट पर एनडीए में संग्राम छिड़ा है. हम (HAM) पार्टी ने सीधे-सीधे रिपोर्ट को खारिज किया है, तो जेडीयू (JDU) भी रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर रही है. वहीं, बीजेपी (BJP) ने बीच का रास्ता अपनाया है.
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हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट को हम एक सिरे से खारिज करते हैं. यह झूठ का पुलिंदा है, रिपोर्ट विकसित और विकासशील राज्यों के लिए अलग-अलग होना चाहिए और उसके लिए स्केल भी अलग टाइप किया जाना चाहिए.
''नीति आयोग की रिपोर्ट झूठ का पुलिंदा है, कचरे का ढेर है. जो लोग इस रिपोर्ट को बनाते हैं उनसे अनुरोध है कि आप बिहार आइए. राज्यों का पैमाना दो स्तर का होता है. एक विकसित राज्य और एक विकासशील राज्य. बिहार सदियों से विकासशील राज्य रहा है, हम विकसित राज्य नहीं है और उस पैमाने पर हम सबसे अच्छा काम कर रहे हैं.''-दानिश रिजवान, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हम पार्टी
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