पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को पटना में गंगा किनारे के छठ घाटों का निरीक्षण कर रहे थे. इसी दौरान उनके साथ एक हादसा हो गया. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हल्की चोट भी आई है. दरअसल, नीतीश कुमार स्टीमर पर सवार होकर गंगा नदी में छठ घाटों का जायजा ले रहे थे. इसी दौरान उनका स्टीमर जेपी पुल के पिलर से टकरा (CM Nitish Kumar steamer collided with JP Setu) गया. हादसे में मुख्यमंत्री को हल्की चोट आने की भी बात कही जा रही है.
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बाल बाल बचे CM नीतीश : बताया जाता है कि पिलर से टकराने से स्टीमर को भी नुकसान पहुंचा. हालाकि स्टीमर में सवार सभी लोग सुरक्षित बताए जाते है. इसके बाद मुख्यमंत्री और उनके साथ मौजूद सभी अधिकारियों को दूसरे स्टीमर से भेजा गया. इधर, स्टीमर हादसे पर पीआरडी विभाग ने सफाई दी है. विभाग ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब घाटों का निरीक्षण कर रहे थे, तो बीच गंगा नदी में स्ट्रीमर खराब हो गया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने दूसरे स्टीमर से घाटों का निरीक्षण कार्य पूरा किया.
''मुख्यमंत्री द्वारा आज भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के स्टीमर से गंगा नदी के छठ घाटों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दरम्यान गांधी घाट के सामने लगभग बीच नदी में स्टीमर में तकनीकी खराबी आने से हल्का झटका लगा और स्टीमर रुक गया. उसके बाद साथ चल रहे दूसरे स्टीमर से निरीक्षण किया गया. किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुई.''- डीएम पीआरओ
नीतीश कुमार छठ घाटों का निरीक्षण किया: हर साल छठ से पहले मुख्यमंत्री 2 से 3 बार तक गंगा घाटों का निरीक्षण करते रहे हैं और इसकी खुद मॉनिटरिंग करते हैं. पिछले साल भी गंगा घाटों पर छठ का आयोजन हुआ था लेकिन कोरोना के कारण काफी एहतियात बरता गया था. 2 साल के बाद इस बार बड़ी संख्या में लोग गंगा घाट पर पहुंचेंगे और उसको ध्यान में रखकर तैयारी शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री छठ में शाम के अर्घ्य के समय गंगा घाटों का नजारा लेने भी जाते हैं और छठ व्रतियों और उनके परिजनों का अभिवादन स्वीकार करते हैं.
DM ने मांगी रिपोर्ट:इधर, जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने गंगा घाटों का सर्वेक्षण कर रिपोर्ट मांगी है ताकि घाटों की ताजा स्थिति को देखते हुए छठ महापर्व के अनुकूल निर्माण कराया जा सके. डीएम ने बताया कि पटना में 105 गंगा घाटों का निरीक्षण विशेषज्ञों की टीम ने की है. टीम की जांच रिपोर्ट के अनुसार घाटों तक पहुंचने के लिए संपर्क पथ, वाहन पार्किंग, शौचालय, पेयजल और अन्य जन सुविधा का प्रबंध किया जाएगा. टीम को घाटों की लंबाई, जलस्तर, दलदल, गंदगी, स्वच्छ घाट, खतरनाक घाट, छठ व्रतियों के लिए लिए चेंज रूम, नियंत्रण कक्ष और वाच टावर की आवश्यकता का आकलन करना है. रिपोर्ट के आधार पर घाटों का निर्माण कराया जाएगा.
कब है छठ पूजा?: दिवाली के 6 दिन बाद छठ पूजा का महापर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस पर्व की तैयारी कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती है. इस बार छठ पूजा 30 अक्टूबर 2022 को मनाई जाएगी. 30 अक्टूबर रविवार का दिन है. कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा मनाते हैं. यह पर्व पूरे चार दिनों तक बेहद धूमधाम से लोग मनाते हैं. पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. उसके बाद खरना होता है और फिर तीसरे दिन शाम को सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और फिर आखिरी दिन सुबह को लोग सूर्य को अर्घ्य देकर इस पर्व का समापन करते हैं.
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