पटनाः सीएम नीतीश कुमार ने बिहार डायरी 2022 का लोकार्पण किया. जनता दरबार के बाद बिहार सरकार के सूचना एवं जन संपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित बिहार डायरी एवं कैलेंडर 2022 का लोकार्पण किया. कैलेंडर को लेकर मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने पूरी जानकारी दी. इस वर्ष के कैलेंडर में ईको टूरिज्म की कुछ जगहों की झलकियां दर्शायी गयी है. कैलेंडर के प्रथम पृष्ठ पर बापू के कथन को लिखा गया है कि 'पृथ्वी से हमें जो कुछ मिलता है, वह हमारी आवश्यकता को पूरा करने के लिये पर्याप्त है, लेकिन हमारे लालच को पूरा करने के लिये पर्याप्त नहीं है.'
ये भी पढ़ें- सीएम नीतीश के जनता दरबार में मिले 6 लोग कोरोना पॉजिटव, अधिकारियों में मचा हड़कंप
बिहार में हर वर्ष विदेशों से काफी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं. साइबेरिया से आने वाले क्रेन, स्टॉर्क और अनेक पक्षी हजारों मील की यात्रा कर वर्षों से बिहार में अपना प्रवास बनाते हैं. पटना, दरभंगा, जहानाबाद, राजगीर, बेगूसराय, कटिहार, भागलपुर एवं जमुई प्रमुख जिले हैं, जहां पर पक्षी आते हैं. लालसर, पिनटेल, ग्रे-हॉर्नबिल, परपल सनवर्ड, रोज-रिंग पाराकिट, ब्लैक-हुडेड ओरिओल, ब्राउन हेडेड बरबेट, कौम्ब डक वर्ड आदि अनेक पक्षी हैं जो तीन-चार माह यहां पर रहते हैं. देश विदेश से आने वाली पक्षियों का प्रवास पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है.
बिहार प्राकृतिक सौन्दर्य का भंडार है. यहां अनेक जल प्रपात हैं, जो पर्यटकों को अनायास ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं. रोहतास जिले में तुतला भवानी, कैमूर जिले में तेलहर कुंड, करकट गढ़ तथा नवादा जिले में ककोलत जलप्रपात सहित कई जलप्रपात हैं, जहां देश-विदेश के पर्यटक इनके सौन्दर्य एवं प्राकृतिक छटा का आनंद लेने के लिए पूरे वर्ष आते रहते हैं.