पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के दिल्ली के 12 जनपथ बंगला खाली कराए जाने पर लोजपा (रामविलास) बीजेपी, जदयू और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस पर आक्रामक (LJPR aggressive on BJP) दिख रही है. एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बंगला खाली होने के बाद पहली बार पटना पहुंचे. एयरपोर्ट पर चिराग पासवान ने बीजेपी, जदयू और चाचा पशुपति पारस पर अपनी नाराजगी जाहिर की.
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संविधान निर्माता बाबा साहब की प्रतिमा को बाहर फेंका गयाः एलजेपीआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने 12 जनपथ वाला बंगला खाली होने पर कहा कि ये आवास हमें खाली करना था. मैं उस लायक नहीं था कि ऐसे आवास में रहूं, लेकिन जिस तरह इसको खाली कराया गया है वो तरीका ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि आवास खाली कराने के दौरान जिस तरह मेरे पिताजी की तस्वीर और संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा को बाहर फेंका गया, वो उचित नहीं है.
नीतीश कुमार के दबाव में बंगला खाली कराने का आरोपः चिराग पासवान ने कहा कि पूरे देश के लोगों ने देखा कि पुलिस का क्या व्यवहार था और किस तरह आवास खाली करवाया गया. रामविलास पासवान को आप पदम भूषण देते हैं और उनके परिवार के साथ ये सलूक कहीं से भी ठीक नहीं है. चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दबाव में बंगला खाली कराने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा और कहा कि इस मामले में कहीं ना कहीं उनका भी दबाव से इनकार नहीं किया जा सकता है.