पटना: केंद्र एवं राज्य सरकार के पायलट प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कुपोषित बच्चों के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र (nutritional rehabilitation center) की स्थापना की गई थी. आज पटना से सटे मसौढ़ी अनुमंडल रेफरल अस्पताल (Masaurhi subdivision hospital) में यह केंद्र सफेद हाथी साबित हो रहा है. पीएमसीएच के बाद यह दूसरा बड़ा अस्पताल है, जहां पर पोषण पुनर्वास केंद्र बना था लेकिन यहां बच्चे नहीं पहुंच रहे हैं.
केंद्र एवं राज्य सरकार के पायलट प्रोजेक्ट योजना के तहत बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए सबसे पहले बड़े अस्पतालों में पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना की गई थी. जिसमें पटना के पीएमसीएच, एनएमसीएच के बाद मसौढ़ी के अनुमंडल रेफरल अस्पताल को चुना गया था. वर्ष 2016 में जब पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना हुई थी, उसके बाद लोगों में उम्मीद जगी थी कि गांव-गांव में जो बच्चे कुपोषण के शिकार हो जाते हैं, उन्हें 14 दिनों तक रखकर कुपोषण की बीमारियों को दूर किया जाता है.
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