पटनाःहाल ही में जारी किए गए एसटीईटी 2019(STET 2019) के रिजल्ट को लेकर एक बार फिर से शिक्षक-अभ्यर्थी सड़क पर उतरे हैं. प्रदर्शनकारियों का आरोप हैं कि सरकार की ओर से जारी रिजल्ट में राजनीतिक घपलेबाजी हुई है. छात्रों ने इसे लेकर हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश से जांच करवाने की मांग की है.
बता दें मार्च में 12 तारीख को बिहार एसटीइटी 2019 के 12 विषयों का परिणाम घोषित किया गया था. इसके बाद बीते सोमवार को बचे हुए तीन विषयों के परिणाम जारी किए गए थे.
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पास अभ्यर्थियों का नाम मेरिट लिस्ट में नहीं
बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Minister Vijay Kumar Choudhary) की ओर से परिणाम जारी किए जाने के बाद से ही अभ्यर्थी इसमें धांधली का आरोप लगा रहे हैं. मामले में जांच की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने बुधवार को पटना के सचिवालय (Patna Secretariat) के बाहर हंगामा किया. इसके बाद इनकम टैक्स चौराहे पर भी जमकर प्रदर्शन किया.
इस दौरान जनाधिकार पार्टी से जुड़े छात्रों ने नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की. अभ्यर्थियों का आरोप हैं कि परीक्षा ली गई, रिजल्ट भी आया और वे लोग पास भी हो गए. लेकिन उनके नाम को मेरिट लिस्ट से हटा दिया गया है.
नीतीश कुमार का पुतला फूंकते एसटीइटी अभ्यर्थी मेधा सूची जारी करे सरकार
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि जो 24 हजार लोग पास हुए हैं, उन्हें ऐसे कैसे मेरिट लिस्ट से बाहर किया जा सकता है. इन लोगों ने सरकार से विषयवार तरीके से कटऑफ लिस्ट जारी करने की ने मांग की है. छात्र नेता मनीष यादव ने कहा कि रिजल्ट में व्यापक स्तर पर धांधली हुई है. रिजल्ट में डायरेक्ट मेधा सूची जारी कर दी गई है.
"सरकार की ओर से डायरेक्ट मेधा सूची जारी कर दी गई है. यह भी नहीं बताया गया कि कितने लोगों ने एग्जाम दिया, कितने पास हुए. 15 सब्जेक्ट की परीक्षा हुई. इसे लेकर नहीं बताया गया कि उस सब्जेट कितनी रिक्तियां थीं. आरक्षण के बारे में सरकार ढिंढोरा पीट रही है. लेकिन इसमें महिलाओं के 33 प्रतिशत आरक्षण के बारे में कुछ जिक्र ही नहीं है."मनीष यादव, छात्र नेता जाप
शिक्षा मंत्री प्रेस कांफ्रेंस में कहते हैं कि जो भी पास होंगे, उन्हें हम बहाल कर लेंगे, नौकरी दे देंगे. लेकिन पास हुए लोगों में से आधे से ज्यादा को यह कहकर निकाल दिया गया है कि सीटें नहीं हैं."मनीष यादव, छात्र नेता जाप
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राज्य में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीइटी )-2019 के शेष तीन विषयों-उर्दू, संस्कृत और विज्ञान का रिजल्ट सोमवार को शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जारी किया. इसी के साथ शिक्षकों की 37,440 सीटों के लिए हुई एसटीइटी में सिर्फ 30,676 परीक्षार्थी सफल हो पाये हैं. इस तरह 6,764 सीटें खाली रह गयी हैं.
सोमवार को जारी किया गया रिजल्ट
एसटीइटी 2019 के बचे हुए तीन विषयों का रिजल्ट सोमवार को जारी किया गया था. इसके साथ ही पेपर-1 और पेपर-2 के सभी 15 विषयों में विषयवार रिक्ति के अनुसार मेरिट लिस्ट भी बोर्ड की और से जारी किया गया. इस पेपर-1 के बचे हुए जिन तीन विषयों का रिजल्ट जारी किया गया उनमें उर्दू में 832, संस्कृत में 862 और साइंस में 4383 परीक्षार्थियों को मेरिट लिस्ट में जगह मिली है.
ज्ञात हो कि बिहार बोर्ड ने एसटीइटी-2019 के पेपर-1 और पेपर-2 के अंतर्गत कुल 15 विषयों की ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. ये परीक्षाएं 9 से 21 सितंबर 2020 में ली गई थीं. इससे पहले 12 मार्च को 12 विषयों का रिजल्ट जारी किया गया जिसमें कुल 24,599 परीक्षार्थी सफल हुए थे. जिसमें पेपर-1 में 16,068 और पेपर-2 में 8531 परीक्षार्थियों को सफलता मिली थी. अब पेपर-1 में सफल परीक्षार्थियों कि संख्या 22,145 हो गई है.
37,440 सीटों के लिए हुई थी परीक्षा
शिक्षकों की 37,440 सीटों के लिए हुई थी परीक्षा. इसमें पेपर-1 के तहत 25,270 सीट थे. जिसमें अंग्रेजी में 5054, गणित में 5054, विज्ञान में 5054, सामाजिक विज्ञान में 5054, हिंदी में 3000, संस्कृत में 1054, उर्दू में 1000 सीटें हैं.
वहीं, प्लस टू स्कूलों के लिए पेपर-2 के तहत कुल 12,170 सीटें हैं. इनमें अंग्रेजी में 2125, मैथ में 2104, फिजिक्स में 2384, केमिस्ट्री में 2221, जूलॉजी 723, बॉटनी में 835, कंप्यूटर साइंस में 1673 व मैथिली में 105 सीटों के लिए परीक्षा हुई थी.