पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान के दिल्ली के 12 जनपथ बंगलाखाली कराए जाने पर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. घर खाली कराने के दौरान बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा के अपमान वाली तस्वीर के साथ हम प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक ट्वीट किया है और लिखा कि बाबा साहेब का अपमान होना उचित नहीं है. इस मामले में जो दोषी है, उनकी पहचान कर कार्रवाई होनी चाहिए.
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कोई भी व्यक्ति सरकारी बंगला में किसी का स्मारक नहीं बना सकताःबीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने बंगला खाली कराए जाने के दौरान संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा के अपमान के आरोपों का जबाव दिया. प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा के अपमान के आरोपों की जांच (BJP Will Enquiry Allegation of Ambedkar Statue Insult In 12 Janpath) होगी. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार कोई भी व्यक्ति बंगला में किसी का स्मारक नहीं बना सकता है. जहां तक बात बाबा साहेब की है. बीजेपी उनका पूरा सम्मान करती है. यही कारण है कि उनके नाम पर पांच तीर्थ बनाये गये हैं.
कोई अधिकारी दोषी होंगे तो उन पर कार्रवाई होगीःपूरी सरकार ही बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के बनाए संविधान पर चल रही है. जहां तक रही उनके मूर्ति के अपमान की बात है तो इस मामले में कोई अधिकारी दोषी होंगे, तो उन पर कार्रवाई निश्चित है. वैसे ये जांच का विषय है. किस हालात में ये मूर्ति बाहर थी. इन सब मामले पर सरकार खुद संज्ञान लेगी, क्योंकि ये मामला बाबा साहेब से जुड़ा है. बीजेपी ने तो बाबा साहेब को भारत रत्न तक देने का काम किया है.