पटना : जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन की नई सरकार बनाए हैं. बीजेपी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को फ्रंटफुट पर खेलने को कहा है. तभी तो बीजेपी सांसद लगातार नीतीश कुमार की कैबिनेट पर हमला बोल रहे हैं. दो दिन पहले उन्होंने कहा था कि मंत्रिमंडल में बाहुबलियों की भरमार है. अब उन्होंने कहा कि है नीतीश कुमार युवाओं को अपहरण उद्योग चलाने में माहिर बनाना चाहते हैं.
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बीजेपी सांसद सुशील मोदी (BJP MP Sushil Modi) ने ट्वीट किया, ''नीतीश कुमार ने मधेपुरा के विधायक प्रोफेसर चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Chandrashekhar) के रूप में ऐसे दबंग व्यक्ति को शिक्षा मंत्री बनाया, जो प्वाइंट 315 की दस जिंदा कारतूस बैग में छिपा कर लाने के आरोप में पकड़े गए थे. ऐसे शिक्षा मंत्री क्या सुधार करेंगे और छात्रों को क्या संदेश देंगे? किताब नहीं कारतूस के शौकीन हैं बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव. तभी तो 2 वर्ष पूर्व 10 जिन्दा कारतूस को छिपा कर लाने के आरोप में आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज हुआ. बाद में गलती हो गयी कहने पर कोर्ट ने बरी कर दिया.''
बैग से 10 जिंदा कारतूस मिला था : भाजपा सांसद ने आगे सवालिया लहजे में पूछा, सवाल है कि क्या कोई भूलवश हवाई यात्रा के बैग में 10 जिंदा कारतूस रख सकता है? उन्होंने कहा कि जब लाइसेंसी रायफल साथ नहीं था, तब चंद्रशेखर ने इतनी कारतूस क्यों छिपा कर रख ली थी ? पूछताछ में चंद्रशेखर न हथियार का लाइसेंस दिखा पाए, न कारतूस ले जाने की अनुमति का कोई अधिकृत पत्र उनके पास था.
अपहरण उद्योग चलवाना है क्या..? : पूर्व उपमुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि किताब की जगह कारतूसों का शौक रखने वाले को शिक्षा मंत्री बनाकर नीतीश कुमार युवाओं को सरकारी नौकरी पाने लायक नहीं, बल्कि अपहरण उद्योग चलाने में माहिर बनाना चाहते हैं. बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया था कि युवाओं को 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार दिया जाएगा.