पटना: बिहार की सियासत मेंं इन दिनों एक नई पटकथा लिखी जा रही है. लोजपा और जेडीयू दोनों खुद को एनडीए का हिस्सा मानती है. एनडीए में जेडीयू जहां सिर्फ बिहार में है, तो वहीं लोजपा सिर्फ केंद्रीय स्तर पर गठबंधन में है.
'केंद्र में लोजपा एनडीए का हिस्सा'
बिहार की राजनीति को लोजपा और जेडीयू ने उलझा कर रख दिया है और इन सबके बीच बीजेपी पशोपेश में है. लोजपा का मानना है कि वो बीजेपी के स्वाभाविक सहयोगी है. पार्टी की दलील है कि लोकसभा और राज्यसभा में सीएए, एनआरसी, राम मंदिर, तीन तलाक और धारा 370 जैसे मुद्दों पर उसने बीजेपी का साथ दिया. लेकिन जेडीयू ने खुलकर मुखालफत की.
'बीजेपी और लोजपा का गठबंधन स्वाभाविक'
लोक जनशक्ति पार्टी का मानना है कि बीजेपी और लोजपा का गठबंधन स्वाभाविक है, जबकि जेडीयू का गठबंधन अवसरवादी है. पार्टी ने समय-समय पर अपना चरित्र भी उजागर किया हैं. इधर जेडीयू का दावा है कि बीजेपी के साथ उनका गठबंधन सबसे पुराना है. कुछ मुद्दों पर पार्टी का स्टैंड अलग है और बीजेपी के साथ उनका गठबंधन सिर्फ बिहार में का हिस्सा हैं.
'सिर्फ बिहार में जेडीयू-बीजेपी का गठबंधन'
लोक जनशक्ति पार्टी प्रवक्ता सरवन कुमार का कहना है कि बीजेपी से हमारा स्वाभाविक गठबंधन है. केंद्र में भी हम एनडीए का हिस्सा है और हमने तमाम विवादास्पद मुद्दों पर बीजेपी का साथ दिया. लेकिन जेडीयू ने कई मुद्दों पर उनकी मुखालफत की है.
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पार्टी की विचारधारा अलग-जेडीयू
जदयू नेता निहोरा यादव का कहना है कि हम बिहार में एनडीए का हिस्सा है. हमारी पार्टी की विचारधारा अलग है, कई मुद्दों पर शुरुआती दौर से ही हमारा स्टैंड अलग है. लिहाजा पार्लियामेंट में भी राष्ट्रपति शासन का मामला हो या विवादास्पद मुद्दों पर वोट देना हमने अपनी पार्टी की विचारधारा के मुताबिक अलग रुख अख्तियार किया.
'नीतीश कुमार को बिहार में मुख्यमंत्री बनाना है'
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय मयूख ने कहा है कि बिहार में पीएम नरेंद्र मोदी के विकास को हमें आगे बढ़ाना है. नीतीश कुमार को बिहार में मुख्यमंत्री बनाना है.राज्य में यही हमारा उद्देश्य है. इस बारे में हमने कई बार अपना स्टैंड क्लियर किया है.