पटना: बिहार की राजधानी पटना में बीजेपीओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार बीजेपी प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 'कंस के वंशजों का सफाया करने के वाले बयान की निंदा (BJP condemns Arvind Kejriwal statement) की है. उन्होंने कहा है कि यह बयान घोर नस्लवादी और दुर्भाग्यपूर्ण है. केजरीवाल को अपना बयान वापस लेना चाहिए क्योंकि इससे पूरे देश में यादव समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा है.
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भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर केजरीवाल कर रहे गंदी राजनीतिः निखिल ने कहा कि केजरीवाल ने घोषणा किया कि उनका जन्म जन्माष्टमी के दिन हुआ था. इसलिए क्या वह खुद को भगवान कृष्ण या उनके वंशज घोषित कर देंगे. केजरीवाल की भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर राजनीति करने की घटिया और सतही मानसिकता बेहद निंदनीय है. केजरीवाल को अपना बयान वापस लेना चाहिए क्योंकि इससे पूरे देश में यादव समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा है. अगर वह माफी नहीं मांगते हैं तो देश भर में यादव समुदाय के लोग उनका राजनीतिक रूप से किसी भी हद तक विरोध करेंगे. यह बयान यादव समुदाय के खिलाफ नफरत से भरा हुआ है और बहुत अधिक जातिवादी ही नहीं उससे आगे बढ़कर नस्लवादी भी है.
यादव समुदाय के खिलाफ है केजरीवाल का बयानःनिखिल आनंद ने आगे कहा कि केजरीवाल को पता होना चाहिए कि भगवान श्रीकृष्ण ने सम्राट के रूप में अपने अत्याचारों के कारण व्यक्तिगत रूप से कंस को मार डाला था. श्रीकृष्ण ने कभी भी कंस के बच्चों या पोते-पोतियों, उनके परिवार या कुल के लोगों के पूर्ण विनाश के बारे में बात नहीं की है और न ही यह कहीं लिखा है. श्रीकृष्ण स्वयं कंस के भांजे थे और माता देवकी कंस की बहन थीं. देश के जितने भी यादव हैं, वे श्रीकृष्ण- कंस- बलराम सहित यादव समाज के इन सभी महान लोगों की ऐतिहासिक परंपरा और पारिवारिक विरासत से आते हैं. अरविंद केजरीवाल का बयान निश्चित रूप से यादव समुदाय के खिलाफ जनसंहार के स्तर तक भड़काने वाला है. अरविंद केजरीवाल की इस निहायत ही कटु अभिव्यक्ति का स्पष्ट इरादा पूरे देशभर में ऐतिहासिक यादव समुदाय की विश्वसनीयता, स्वाभिमान और गरिमा को ठेस पहुंचाने का है.
निखिल आनंद दागा केजरीवाल पर सवालःनिखिल आनंद ने दिल्ली के मुख्यमंत्री से सवाल पूछा और कहा कि केजरीवाल ने भगवान श्रीकृष्ण से झूठा जुड़कर राजनीतिक फायदा उठाने की जो सतही मानसिकता दिखाई है. वह घटिया और शर्मनाक है. ऐसा करने वाले केजरीवाल को यह भी जवाब देना चाहिए कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर को अतिक्रमण मुक्त बनाने और अयोध्या के श्रीराम मंदिर की तर्ज पर भव्य श्रीकृष्ण मंदिर की स्थापना के बारे में उनकी निजी राय क्या है? क्या केजरीवाल श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के अभियान का समर्थन करते हैं? इसका सीधा जवाब केजरीवाल दें.
"कंस के वंशजों का सफाया करने के वाले बयान यादव समाज के खिलाफ है. केजरीवाल को अपना बयान वापस लेना चाहिए क्योंकि इससे पूरे देश में यादव समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा है. भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर राजनीति करने की घटिया और सतही मानसिकता बेहद निंदनीय है" -डाॅ निखिल आनंद, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री, बीजेपी
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