पटना: बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर छात्रों का उग्र प्रदर्शन (Protest On Agnipath Scheme in Bihar) जारी है. राज्य के अलग-अलग जिलों में स्कीम का विरोध किया गया और सरकार से फैसला वापस लेने की मांग की है. प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई जगहों पर बसों में तोड़फोड़ की तो कई स्थानों पर ट्रेनों की बोगियों में आग लगा दी गई. नवादा में उपद्रवियों ने बीजेपी ऑफिस पर हमला कर दिया. पूरे कार्यालय में तोड़फोड़ के बाद आग के हवाले कर दिया.
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अग्निपथ योजना पर बवाल:वहीं इस मामले में छात्रों को अब राजनीतिक दलों (Political Parties on Agnipath Scheme) का भी समर्थन मिलने लगा है. बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अग्निपथ योजना को ठेका प्रथा बताया है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर इसे वापस लेने का अनुरोध किया है. पप्पू यादव ने इसे रक्षा बलों के लिए आत्मघाती कदम बताया है.
अग्निपथ स्कीम' को तेजस्वी यादव ने बताया ठेका प्रथा: तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा - "अगर देश के सबसे बड़े न्योक्ता भारतीय रेलवे और सेना में नौकरियां ठेके और सिविल सेवा में लेटरिंग के नाम पर दी जाने लगेंगे तो युवा क्या करेंगे? क्या युवा पढ़ाई और चार वर्ष की संविदा नौकरी भविष्य में बीजेपी के पूंजीपति मित्रों के व्यवसायिक ठिकानों की रखवाली के लिए करेंगे? अग्निपथ योजना के अंतर्गत शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर कम अवधि की अस्थाई सेवा की हुई एक बड़ी आबादी 22 वर्ष की आयु में बेरोजगार हो जाएगी. क्या इससे देश में कानून-व्यवस्था संबंधी समस्या उत्पन्न नहीं होगी?''
अग्निपथ योजना पर क्या बोले लालू : आरजेडी प्रमुख लालू यादव (Lalu prasad on Agniveer Protest) ने युवाओं को मोदी सरकार से सतर्क रहने की नसीहत दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा की देश में हर साल 2 करोड़ नौकरियों का वादा करके सरकार में आने वाली मोदी सरकार 8 साल में 16 करोड़ नौकरियां दे रही थी, वहीं बिहार में 19 लाख नौकरियों की अपार जुमलेबाज सफलता के बाद बचे खुचे 10 लाख बेरोजगारों को पकड़ पकड़ कर नौकरियां देने की एक और जुमलेदार स्कीम लॉन्च की है. इसलिए नौकरी के प्रति सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है.
छात्रों के 'समर्थन' में जेडीयू : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू (JDU) ने भी छात्रों की मांगों का समर्थन किया है. जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने सरकार से इस मामले पर पुनर्विचार करने की मांग की है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- 'सेना, नौसेना और वायु सेना में भर्ती को लेकर प्रस्तावित बदलाव अग्निपथ योजना पर भारत सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए.'