पटना:बिहार में बरौनी और कांटी बिजली ताप घर बंद करने के फैसले पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) ने निशाना साधा है. साथ ही बिजली की जो किल्लत हुई है, उसको लेकर भी नीतीश सरकार ( CM Nitish Kumar ) की गलत पॉलिसी बताया है.
तेजस्वी यादव के ट्वीट पर जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ( Umesh Kushwaha ) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उमेश कुशवाहा ने कहा कि बिजली पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बोलने का कोई हक नहीं है. 15 साल उनके माता-पिता को बिहार में शासन करने का मौका मिला कम से कम उस समय बिहार में बिजली की क्या स्थिति थी, उसका आकलन तो कर लें.
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उमेश कुशवाहा ने कहा कि बिजली को लेकर तो बिहार में क्रांति आई है. तेजस्वी यादव क्या ट्वीट करेंगे, लालटेन युग भूल गए क्या? 15- 16 साल में तो बिहार में बिजली के क्षेत्र में क्रांति आई है.
'तेजस्वी यादव बिजली पर कुछ भी बोलते हैं तो पहले उनको अपने माता-पिता के 15 साल के शासन का आकलन कर लेना चाहिए. विकास पर तेजस्वी यादव को बोलने का कोई हक नहीं है.' -उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष जदयू
बता दें कि तेजस्वी ने ट्वीट कह कहा था कि बिहार में बिजली दर देश में सबसे अधिक होने के बावजूद सरकार की नाकामियों के चलते आगामी दिनों में बिजली संकट गहराएगा. डबल इंजन सरकार कांटी और बरौनी के बिजलीघर भी बंद कर रही है. डबल इंजन सरकार से बिहार को ट्रिपल नुकसान हो रहा है और हर क्षेत्र में ट्रबल ही ट्रबल.
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गौरतलब है कि एनटीपीसी ने कांटी और बरौनी ताप घर बंद करने का फैसला ले लिया है. दूसरी तरफ बाढ़ में भी एक यूनिट में तकनीकी कारणों से उत्पादन बंद हो गया है. बिहार सरकार को महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है और उसी को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है, लेकिन जदयू के तरफ से आरजेडी के 15 साल के दौरान जो बिजली की स्थिति थी, बिहार में उसको लेकर जवाब दिया जा रहा है.