पटना:राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने गुरु पर्व (Guru Festival) और कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) के अवसर पर तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है. सरकार के इस फैसले पर विपक्षी पार्टियां निशाना साध रहीं हैं. कांग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने कहा है कि किसानों ने बता दिया है कि सरकार की हिटलरशाही नहीं चलेगी.
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'किसानों ने बता दिया है कि अगर आप हिटलर हैं तोहम भी गांधी के पोते है. किसानों के सामने आखिर सरकार को झुकनी पड़ी. सरकार जानती है कि किसान अपने आंदोलन से वापस नहीं आनेवाले थे भले ही सरकार कुछ भी कर ले. आज पीएम मोदी की क्या हालत थी जो कहते थे कृषि कानून अच्छा है. आज पलटी कैसे मार दिये. उन्हें लगता है कि अब किसान उनके साथ नही हैं और जिस तरह किसानों ने हिम्मत जुटाए थे उससे बहुत कुछ स्पष्ट होता है अब सरकार को लगने लगा था कि किसान मानने वाले नही हैं.' :असितनाथ तिवारी, कांग्रेस प्रवक्ता
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कांग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि- 'चुनावी साल है पंजाब, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं और अब इनको लगने लगा था कि उनकी दाल नहीं गलने वाली है. किसान अपने आंदोलन पर अड़े रहेंगे और बंटाधार करेंगे. यही कारण है कि हिटलर शाही वाली सरकार को झुकना पड़ा. वैसे इससे किसान को काफी फायदा हुआ है.'
बताते चलें कि राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए और देशवासियों से यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. उन्होंने कहा कि कुछ किसान भाइयों को समझा नहीं पाए.
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आज गुरुनानक देव का पवित्र पर्व है. ये समय किसी को दोष देने का समय नहीं है. आज पूरे देश को यह बताने आया हूं कि तीन कृषि कानूनों का वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू कर देंगे. इसके साथ ही, पीएम मोदी ने आंदोलन पर बैठे लोगों को प्रकाश पर्व पर घर वापसी की अपील की है.
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