पटना:देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून ( Population Control Law ) पर सियासत जारी है. कोई कह रहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाने का वक्त आ गया है तो कोई कह रहा है कि जनसंख्या नियंत्रण कानून पर बीजेपी सियासत कर रही है. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) ने भी साफ कर दिया है कि जिसको जो करना है करें, हमने तो काफी पहले फैसला ले लिया है.
सीएम नीतीश ने कहा कि 'एक बात हम साफ साफ कह रहे है. जिस राज्य को जो करना है करे, लेकिन हमारा मानना है कि जनसंख्या को केवल कानून बनाकर नियंत्रित नहीं किया जा सकता यह संभव नहीं है'
ये भी पढ़ें- सेनारी हत्याकांड: सभी 13 बरी आरोपियों को SC का नोटिस, बिहार सरकार ने पटना HC के फैसले को दी है चुनौती
सीएम नीतीश ने कहा कि 'चीन को ही देख लीजिए, एक से दो ( बच्चों की संख्या ) किया, अब दो के बाद क्या हो रहा है. आप किसी भी देश का हाल देख लीजिए. यह सबसे बड़ी चीज है कि महिलाएं पढ़ी-लिखी रहेंगी तो इतनी जागृति आती है कि प्रजनन दर अपने आप कम होती है. सर्वे से भी इस तरह की बातों की पुष्टि है.'
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार 'मेरा मानना है कि 2040 तक यह वृद्धि नहीं रहेगी. हमारी सोच साफ है कि इसे कैसे कम कर सकते हैं. यह बात सभी समुदायों पर लागू होती हैं. यदि महिलाएं पढ़ी-लिखी रहेंगी तो प्रजनन दर में कमी लाई जा सकती है.'- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार
ये भी पढ़ें-ऑनलाइन गुहार! CM साहब मार्च से ही सैलरी बंद है, किसी ने नहीं की मदद... अब आप पर ही है भरोसा
वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने पर नीतीश कुमार ने पहली बार प्रतिक्रिया दी. सीएम नीतीश से जब पत्रकारों ने पूछा कि आपने आरसीपी को बधाई नहीं दी? इस सवाल के जवाब में नीतीश ने कहा- अरे ये सब छोड़िय ना... पार्टी में कोई इश्यू नहीं है. पार्टी का फैसला है. कैसे कह रहे हैं कि बधाई नहीं दी. लोगों को मालूम नहीं रहता, ऐसे ही बोलते रहते हैं. तरह-तरह की चर्चांएं होती रहती हैं. ऐसी कोई बात नहीं है.
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 5 साल बाद 'जनता दरबार' ( Janta Drabar) लगाए. जनता दरबार में सीएम नीतीश लोगों को फरियाद सुनी और उनकी समस्याओं का निदान किया. जनता दरबार के बाद सीएम नीतीश ने पत्रकारों से बात की और सवालों का जवाब दिया.