पटनाःबिहार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान( Minister Zama Khan ) ने धर्म परिवर्तन को लेकर जो बयान दिया है, उससे नीतीश कुमार( CM Nitish Kumar ) सकते में आ सकते हैं. जमा खान का कहना है कि उनके पूर्वज हिंदू ( Ancestors Were Hindus ) राजपूत थे और उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था. अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने दावा किया कि आज भी उनके कई रिश्तेदार राजपूत हैं और बगल के गांव में रहते हैं.
अब ये सवाल कि आखिर जमा खान का ये कहना कि, हम भी कभी हिंदू थे, कहीं ये नीतीश कुमार के साथ धोखा तो नहीं है? दरअसल, बिहार में नीतीश कुमार का अल्पसंख्यक प्रेम बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद भी छिपा नहीं है. नीतीश अपने आप को सेकुलर दिखाने के लिए काफी कुछ करते थे.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस समय उनके साथ फोटो भी खिंचाने से बचते थे. मुस्लिम वोटर की जो भी उम्मीदें थीं, वो धीरे-धीरे टूटती चली गईं. नतीजा ये हुआ कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के 11 में से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार जीत नहीं सके. उसके बावजूद नीतीश कुमार का अल्पसंख्यक प्रेम खत्म नहीं हुआ था.
दरअसल, साल 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू के 11 मुस्लिम उम्मीदवारों में से एक भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत पाए. नीतीश कुमार के लिए यह बड़ा झटका था, लेकिन जमा खान पर नीतीश कुमार की शुरू से नजर थी. और आखिरकार जेडीयू ने बीएसपी छोड़कर आए जमा खान को मंत्री पद के तोहफे से नवाजा गया था.