पटना:संसद में जनसंख्या नियंत्रण कानूनलाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar On Population Control Bill) ने हर काम कानून बना देने से नहीं होता है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने इस कानून पर आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा कि कहा कि केवल लड़कियों को शिक्षित करने से ही देश में आबादी वृद्धि को नियंत्रित करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिल सकती है.
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“जब सरकार में हमलोग आए थे तो प्रजनन दर 4.3 थी, जो अब घटकर तीन पर आ गई है. वर्ष 2012-13 में इसका पूरा अध्ययन कराया गया. पति-पत्नी में अगर पत्नी मैट्रिक पास है तब प्रजनन दर देश की और अपने यहां की भी दो थी. यदि पत्नी इंटर पास है तो जो देश की प्रजनन दर थी उससे भी थोड़ा कम हमलोगों के यहां थी. उसी समय लड़कियों को और शिक्षित करने का काम शुरू कराया, उसी का नतीजा है कि लड़कियां पढ़ने लगी हैं और अब प्रजनन दर राज्य में घटकर 4.3 से तीन पर आ गई है.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये जो काम हमलोग कर रहे हैं उसको जारी रखेंगे तो चार-पांच साल में प्रजनन दर दो पर आ जाएगी. सिर्फ नियम और कानून बना देने से कुछ नहीं होता है. चीन का ही पता कर लीजिए. वह चीन गए थे तो वहां भी इसके संबंध में अनुभव मिला था. उन्होंने कहा कि सबके अपने-अपने विचार है. हमारा इसपर अपना विचार है. सबको जागरूक कीजिए, तभी फायदा होगा. लड़की जब पढ़ लेगी तो सब ठीक होगा.
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जनसंख्या नियंत्रण कानून पर नीतीश बनाम : जनसंख्या नियंत्रण कानून के मुद्दे पर बिहार में केंद्र बनाम राज्य के हालात नजर आ रहे हैं. कानून बनाने की वकालत करते हुए एक तरफ जहां केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा है कि सरकार जल्द इस कानून को लेकर आएगी. वहीं, बीजेपी के सहयोगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मुद्दे पर बिल्कुल अलग राय दे रहे हैं.