पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार (Nitish Kumar Janata Darbar) में जमीन और पुलिस से संबंधित लोगों की फरियाद सुनीं. दूसरी ओर जनता दरबार के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग जमीन विवाद और पुलिस की शिकायत लेकर पहुंचे थे. हालांकि उन्हें जनता दरबार के भीतर जाने की इजाजत नहीं थी, इसलिए बाहर मीडिया कर्मियों के साथ अपनी पीड़ा साझा की.
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जनता भीषण ठंड के बावजूद बांका से पहुंची एक महिला का कहना था कि दबंग उन्हें मकान नहीं बनाने दे रहे हैं. थाने में शिकायत के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इसलिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाने आए हैं. महिला ने बताया कि 3 महीना पहले रजिस्ट्रेशन जनता दरबार के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन अब तक कोई सूचना नहीं दी गई है.
बुजुर्ग महिला पार्वती देवी का कहना है उसके दो बेटे हैं. गांव के दबंग लोग उनके साथ भी मारपीट करते हैं. उसे मानसिक रूप से भी परेशान कर दिया है. गांव के लोगों का कहना है कि मकान बनाने नहीं देंगे और गांव से चले जाने का लगातार दबाव बना रहे हैं. कोई अधिकारी मेरी बात सुन नहीं रहा है. इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फरियाद करने आये हैं लेकिन इनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है.
बता दें कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते हैं. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.