पटना:बिहार ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन (Bihar Orthopedic Association) का 47वां वार्षिक सम्मेलन पटना के ज्ञान भवन में चल रहा है. यह तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन 29 अक्टूबर से शुरू हुआ. इसमें देश के कोने-कोने से मशहूर ऑर्थोपेडिक्स चिकित्सक शामिल हुए. इस कॉन्फ्रेंस में ऑर्थोपेडिक से जुड़े विभिन्न लोगों ने रिसर्च पेपर्स पर भी काफी चर्चा की. शनिवार देर शाम वार्षिक सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने किया. इस मौके पर बिहार ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे.
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'बिहार में ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों से वरिष्ठ और प्रबुद्ध ऑर्थोपेडिक चिकित्सक और सर्जन शामिल हो रहे हैं. विभिन्न राज्यों से आए ऑर्थोपेडिक चिकित्सकों ने अपने क्षेत्रों में चल रहे नए रिसर्च पेपर के बारे में भी काफी चर्चा की है. इससे जो कुछ भी आउटकम सामने आएगा, उससे निश्चित रूप से प्रदेश को काफी फायदा मिलेगा. इलाज के नए तकनीक और नई विधि के बारे में बिहार के ऑर्थोपेडिक चिकित्सक और मेडिकल छात्रों को जानने का मौका मिल रहा है. बिहार स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में विस्तार के दृष्टिकोण से देखें तो कोरोना के बाद से बिहार ने एक नई अंगड़ाई ली है. कोरोना में जिस प्रकार प्रदेश प्रभावित हुआ उसके बाद काफी नए काम हो रहे हैं और इसी कड़ी में आज मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का भी शुभारंभ हुआ है. प्रदेश के सभी जिलों में रेफरल अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल और जिला अस्पताल बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट का इंस्टॉलेशन का भी काम चल रहा है. प्रदेश में स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से लोगों को हर संबंधी सुविधा देने का सरकार सकारात्मक प्रयास कर रही है.'-तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री