पटना:केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के सीमांचल से मिशन 2024 का आगाज कर दिया (BJP Mission 2024 starts from Seemanchal). पूर्णिया में बड़ी रैली के साथ भाजपा ने औपचारिक तौर पर 2024 को फतह करने के लिए शंखनाद किया. अमित शाह के दौरे ने जहां महागठबंधन नेताओं को पसोपेश में डाल दिया वहीं भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की कोशिश की. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से पूर्व महागठबंधन खेमा आशंकित था. महागठबंधन नेताओं को इस बात का भय सता रहा था कि केंद्रीय गृह मंत्री सीमांचल से विभाजनकारी सियासत को ताकत देंगे. महागठबंधन नेताओं को उम्मीद थी कि सीएए, एनआरसी, एनपीए, जनसंख्या नियंत्रण, बांग्लादेशी घुसपैठ, रोहिंग्या मसले को लेकर भाजपा नेता हमलावर होंगे.
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केंद्रीय गृहमंत्री का मास्टर स्ट्रोक: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार दौरे के दौरान भविष्य के सियासत की रूपरेखा तय कर दी सीमांचल दौरे के दौरान अमित शाह ने राजनीतिक विरोधियों को चौंका दिया. पूर्णिया के रैली में अमित शाह अलग अंदाज में दिखे. नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव को केंद्र में रखकर बिहार की सियासत को मोड़ने की कोशिश की. गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 के लिए एजेंडा भी तय कर दिया. आने वाले दिनों में भाजपा अमित शाह द्वारा दिए गए मंत्र को लेकर ही बिहार में आगे बढ़ेगी. पार्टी नेता जहां लालू और नीतीश कुमार के शासनकाल की खामियों को लेकर जन जन तक जाएंगे, वहीं नरेंद्र मोदी के विकासात्मक कार्यों को भी भुनाने की योजना है.
लालू-नीतीश के वोट बैंक पर नजरः भाजपा की नजर लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के वोट बैंक पर है. दोनों के वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश अमित शाह ने की. अति पिछड़ा कार्ड खेल कर पहले ही भाजपा नीतीश कुमार को पसोपेश में डाल चुकी है, तो अल्पसंख्यक वोट बैंक को साधने की भी तैयारी कर ली. अमित शाह ने अल्पसंख्यकों को भी संकेत दिया कि नरेंद्र मोदी की योजनाओं से सीमांचल की गरीब जनता को लाभ मिला है. साथ ही संदेश देने की कोशिश भी हुई कि बिहार में जो कुछ विकास दिख रहा है वह केंद्र की योजनाओं के बदौलत है. सीमांचल में अल्पसंख्यकों की आबादी अच्छी खासी है. पसमांदा वोट बैंक पर भाजपा की नजर है (BJP eyes on Lalu Nitish vote bank).