पटना:बिहार लोक सेवा आयोग सवालों के घेरे में है. बीपीएससी के सदस्य राम किशोर सिंह सहित कई बड़े अधिकारियों और नेताओं पर अभ्यार्थियों ने धांधली का आरोप लगाया है. अभ्यार्थियों के अनुसार इंटरव्यू के नाम पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है और उन्हें किसी काम का नहीं बता कर बाहर निकाल दिया जाता है.
राम किशोर सिंह, बीपीएससी के सदस्य कैंडिडेट के साथ दुर्व्यवहार
बीपीएससी कैंडिडेट शशि रंजन ने बताया कि इंटरव्यू के दौरान उनके साथ बदसलूकी की गई. इंटरव्यू बोर्ड में भले की चार लोग बैठे हों, लेकिन सवाल केवल राम किशोर सिंह की पूछते हैं और उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं. शशि ने बताया कि उन्होंने यूपीएससी, जेपीएससी और यूपीपीएससी समेत कई इंटरव्यू दिए हैं. लेकिन, जिस तरह का अपमान उन्हें बीपीएससी के इस इंटरव्यू (56-59वीं) के दौरान झेलना पड़ा, वैसा पहले कभी नहीं हुआ.
कई अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद
वहीं, बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कर रहे दिलीप कुमार ने कहा कि भले ही हमारे पास कोई सबूत न हो लेकिन इतना तय है कि इतने सारे स्टूडेंट्स झूठ नहीं बोल सकते हैं. राम किशोर सिंह ने कई अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद किया है. उन्हें कई राजनेताओं का संरक्षण प्राप्त है. सिर्फ राम किशोर सिंह ही नहीं बल्कि बीपीएससी के कई अन्य पदाधिकारी भी इस मामले में शामिल हैं.
बीपीएससी के कैंडिडेट और अभ्यार्थी मामले की ईमानदारी से हो जांच
दिलीप कुमार ने मांग की है कि सरकार को इस मामले की ईमानदारी से जांच करनी चाहिए. जिन लोगों ने भी राम किशोर सिंह के इंटरव्यू बोर्ड में इंटरव्यू दिया उन सबका दोबारा इंटरव्यू होना चाहिए. अभ्यर्थी ने इस बात पर भी सवाल उठाया है कि वॉइस सैंपल मैच होने के बावजूद राम किशोर सिंह को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है.
पटना से ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट क्या कहते हैं RJD नेता
इस बारे में आरजेडी नेता चितरंजन गगन ने भी सरकार पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित आयोग के सदस्य के रूप में जिस तरह का व्यवहार आरके सिंह ने किया है, उससे पूरा आयोग कटघरे में खड़ा हो गया है. आरजेडी नेता ने राम किशोर सिंह के लिए गए सभी इंटरव्यू बोर्ड के रिजल्ट की जांच की भी मांग की.