पटना:कोरोना (Corona) को लेकर अब तक पूरी दुनिया उलझन में है. अमेरिका में टीकाकरण (Vaccination) के बावजूद संक्रमण की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) आ गई और बच्चों को बुरी तरह प्रभावित कर रही है, उसको लेकर भारत में भी लोगों के मन में दहशत है. भारत के कई हिस्से ऐसे हैं जहां कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ने लगे हैं.
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केरल में संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से एक बार फिर से सोमवार से नाइट कर्फ्यू लागू किया गया है. इसके अलावा मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में भी संक्रमण के मामलों में हाल के दिनों में इजाफा देखने को मिला है. एक बार फिर से राजधानी पटना में कोरोना ना फैले इसको लेकर पटना में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) अलर्ट पर है.
पटना जिला सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि कोरोना का पता लगाने का जो एकमात्र तरीका सिर्फ टेस्टिंग है. ऐसे में अभी के समय देश में सर्वाधिक मामले केरल में बढ़ने शुरू हुए हैं, इसको देखते हुए केरल के अलावा चेन्नई, बेंगलुरु और मुंबई से आने वाले यात्रियों का 72 घंटे के अंदर का आरटी-पीसीआर (RT-PCR) जांच रिपोर्ट चेक की जा रही है.
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एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर जिला प्रशासन की मदद से सघन कोरोना जांच अभियान चलाया जा रहा है. जिन लोगों का आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट नहीं है, उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा कराया जाना सुनिश्चित किया जा रहा है. रिपोर्ट आने तक उन्हें आइसोलेट रहने की सलाह दी जा रही है.
सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि अभी पटना में कोरोना की स्थिति बहुत कंट्रोल में है. लेकिन, जिस प्रकार से दूसरी जगह पर एक बार फिर से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, इसको देखते हुए ये एहतियात अपनाया गया है. एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर रैंडम एंटीजन किट से लोगों की जांच भी की जा रही है.
''अगर किसी की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो उसके लिए जांच करने वाले कर्मियों को निर्देश दिया गया है कि उन्हें पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में चल रहे कोविड-19 केयर सेंटर में आइसोलेशन के लिए भेजें और इसके लिए जिला प्रशासन की गाड़ी आकर उन्हें स्टेशन और एयरपोर्ट जैसे संस्थान से स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के कोविड-19 केयर सेंटर में ले जाएगी. अगर कोरोना संक्रमित व्यक्ति की हालत ठीक है और वो नॉर्मल है और वो होम आइसोलेशन में रहना चाहता है, तो उसे होम आइसोलेशन में भी रहने की इजाजत दी जाएगी.''-डॉ. विभा कुमारी, सिविल सर्जन, पटना
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार 460 और मरीजों के संक्रमण के कारण जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,37,830 हो गई. उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,68,558 हो गई. मंत्रालय ने बताया कि देश में जिन 460 और मरीजों ने जान गंवाई है, उनमें से 153 लोगों की मौत केरल में और 126 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है. देश में अभी तक इस महामारी से 4,37,830 मरीजों की मौत हो चुकी है जिनमें से 1,37,026 की महाराष्ट्र में, 37,261 की कर्नाटक, 34,856 की तमिलनाडु, 25,080 की दिल्ली, 22,807 की उत्तर प्रदेश, 20,466 की केरल और 18,417 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई है.