पटना: सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का महत्व बहुत ज्यादा है. इस तिथि के लिए किसी अच्छे मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती. इस साल 3 मई को अक्षय तृतीया है. अक्षय तृतीया अपने नाम के अनुरूप ही शुभ फल प्रदान करने वाली तिथि है. ये हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाई जाती है. स्वयं सिद्ध तिथि पर सारे मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, उद्योग का आरंभ करना अत्यंत शुभ फलदाई माना जाता है.
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अक्षय तृतीया एक अबूझ मुहूर्त: ज्योतिष विद मनोज मिश्रा (Astrologer Manoj Mishra) ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि अक्षय तृतीया एक अबूझ मुहूर्त है यानी इस तिथि पर कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त देखे किया जा सकता है. अक्षय तृतीया का त्योहार वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस बार यह त्योहार 3 मई मंगलवार को है. अक्षय तृतीया को आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है. अक्षय तृतीया के दिन पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 5:39 से लेकर दोपहर 12:18 मिनट तक है. अक्षय तृतीया की शुरुआत 3 मई को सुबह 5:20 से लेकर 4 मई को सुबह 7:30 तक रहेगा.
अक्षय तृतीया पर धार्मिक मान्यता: अक्षय तृतीया को पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है. लोगों को इस तिथि का बेसब्री से इंतजार रहता है. अक्षय तृतीया का अर्थ होता है जिसका कभी भी क्षय न हो यानी कभी नाश ना हो. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि इस दिन किया गया शुभ कार्य दान-पुण्य, स्नान, पूजा और तप करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है. अक्षय तृतीया पर सोने के आभूषण खरीदने का खास महत्व माना जाता है. अक्षय तृतीया के दिन अगर व्यक्ति सोना चांदी के आभूषण की खरीदारी करते हैं तो जीवन में सदैव माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है. ऐसे तो अक्षय तृतीया पर बहुत सारे लोग वस्त्र, सोने चांदी के सिक्के, भूमि, गाड़ी की भी खरीदारी करते हैं जो काफी शुभ माना जाता है.
''अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और मां लक्ष्मी को सोना बहुत ही प्रिय है. ऐसे में अक्षय तृतीया के दिन कोई भी व्यक्ति सोना की खरीदारी करते हैं तो उनका धन कभी खत्म नहीं होता है और उसका लाभ लोगों को जीवन में मिलता है. अक्षय तृतीया के दिन अबूझ मुहूर्त कहा जाता है. अक्षय तृतीया के दिन कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं. जैसे कि शादी, जमीन खरीदारी, वाहन खरीदारी. उन्होंने कहा कि बहुत ऐसे जानकार लोग हैं जो वह अक्षय तृतीया का इंतजार करते हैं और अक्षय तृतीया के दिन ही अपने लड़के लड़कियों की शादी करते हैं. अक्षय तृतीया के दिन बहुत सारे लोग इसलिए शादी करते हैं क्योंकि अक्षय तृतीया के दिन हुई शादी बहुत ही शुभ मानी जाती है.''-मनोज मिश्रा, ज्योतिष विद