पटना: देश में सर्वाधिक प्रदूषण वाले शहर में बिहार के भी कई शहरों के नाम जुड़ते चले जा रहे हैं. जहां की हवा जहरीली होती चली जा रही है. एक आंकड़े को देखें तो बिहार में वायु प्रदूषण (Air Pollution in Bihar) बढ़ता जा रहा है. देश में सर्वाधिक वायु प्रदूषित 21 शहरों में 13 शहर बिहार से हैं. राजधानी पटना में मंगलवार का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI in Patna) 350 से पार हो गया है. बिहारशरीफ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 412 पहुंच गया, जो देश में अव्वल नंबर पर है.
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साथ ही अन्य शहरों की बात करें तो दरभंगा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 376, मुजफ्फरपुर का 369, बक्सर का 359, छपरा का 353, सहरसा का 352, कटिहार का 345, किशनगंज का 335, पूर्णिया का 335, भागलपुर का 332, सासाराम का 319, मोतिहारी का 297 और हाजीपुर का 283 है.
बिहार में बढ़ा वायु प्रदुषण बिहार में वायु प्रदूषण के हालात बुरे हैं. अब वैसे शहरों में भी वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, जहां पहले ऐसी स्थिति नहीं होती थी. फिलहाल बिहार में 13 ऐसे शहर हैं, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से पार है. बिहार प्रदूषण बोर्ड लगातार यह दावा करती है कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए उपाय किए जा रहे हैं.
'कई विभागों को अलग-अलग काम करने की जिम्मेदारी दी गई है. लेकिन वायु प्रदूषण को कम होने में थोड़ा समय लगेगा. ठंड के कारण अचानक से इस तरह की स्थिति बनी है. लेकिन स्थिति ठीक हो जाएगी.'-अशोक कुमार घोष, अध्यक्ष, प्रदूषण बोर्ड
दावे के बावजूद बिहार के कई शहरों की स्थिति ये है कि लोग वहां लगातार सांस के रूप में जहरीली हवा ले रहे हैं. ऐसी स्थिति पहले देखने को नहीं मिलती थी. छोटे शहरों में वायु प्रदूषण नहीं होता था. लेकिन इस साल ठंड की आहट आते ही बिहार के कई शहरों के ये हालात हो गए हैं. वैसे पटना, गया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर को लेकर कहा जाता था कि हवा प्रदूषित है. वहां पर हवा के गुणवत्ता में कैसे सुधार होगा. इस पर प्रदूषण बोर्ड उपाय कर रही थी. लेकिन जिस तरह के हालात पटना सहित बिहार में अन्य 13 शहरों के हैं, ये राज्य की जनता के लिए भी चिंता का विषय है. साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भी इसपर संज्ञान लेने की जरूरत है.
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक कहता है कि जिन इलाके में एक्यूआई लेवल 301 से अधिक है तो वहां की हवा बहुत ही खराब है. वायु प्रदूषण विशेषज्ञों की मानें तो शहर के नगर परिषद और नगर निगम क्षेत्रों में एक्यूआई लेवल बहुत खराब स्थिति में है, यानी कुछ इलाके में वहां की हवा जहरीली हो गई है.
एक्यूआई लेवल बढ़ने का कारण
- 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ी
- शहर के आसपास ईंट भट्टा
- कॉमर्शियल इलाके का धुआं
- भवन निर्माण का धूल कण
प्रदूषण से निपटने के उपाय
- हर दिन सड़कों की बेहतर साफ-सफाई
- मास्क का उपयोग करें
- धूल रोकने के लिए पानी का छिड़काव करना होगा
- ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने होंगे
- वाहनाें की संख्या पर कंट्रोल करना होगा
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