पटना: ईस्ट गार्डिनर रोड में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब जिला प्रशासन की टीम यहां स्थित भवनों को तोड़ने पहुंची. हाल ही में इस पूरे लेन के क्वार्टर में रहने वाले लोगों को नई जगह शिफ्ट होने का नोटिस मिला है. बता दें कि इस लेन में रालोसपा का दफ्तर भी स्थित है. लेकिन इस बात की कोई जानकारी उन्हें नहीं है.
जगह खाली नहीं करने के बाद जिला प्रशासन पूरी दल बल के साथ रालोसपा कार्यालय के आसपास के बिल्डिंगों को तोड़ने की कवायद में लग गया. इस पर वहां के लोगों ने बताया कि अभी मामला चल ही रहा है, लेकिन जिला प्रशासन अभी से ही अतिक्रमण में लग गया है क्योंकि यहां वाणिज्य कर कार्यालय बनाने का आदेश जारी किया गया है.
दफ्तर के टूटने पर संशय बरकार
वहीं, इस मामले पर पार्टी का कहना है कि बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टियों में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का कार्यालय सरकार के निशाने पर है. ईस्ट गार्डिनर रोड स्थित पार्टी के दफ्तर पर भवन निर्माण विभाग का हथौड़ा चलने वाला है. रालोसपा नेताओं का कहना है कि यह सरासर गलत है. लेकिन मजिस्ट्रेट का कहना है कि कोई स्टे आर्डर नहीं है इसलिए हम लोग अपने कार्रवाई में लगे हुए हैं. ऐसे में संशय बरकरार है कि दफ्तर बचेगा या टूट जाएगा.
क्वार्टर को तोड़ने का जारी हुआ आदेश
बता दें कि ईस्ट गार्डिनर रोड में क्वार्टर में रहने वाले लोगों को नई जगह शिफ्ट होने का नोटिस मिला है. हैरानी की बात ये है कि इस लेन में स्थित रालोसपा के दफ्तर के लोगों को इस बात की कोई जानकारी ही नहीं कि यह पूरा लेन टूटने वाला है. इस जगह वाणिज्य कर विभाग का बड़ा और आलीशान भवन बनने वाला है. यहां सी-21 से लेकर सी-34 तक के क्वार्टर को तोड़ने का आदेश जारी हुआ है, जिसको लेकर जिला प्रशासन अपने कार्रवाई में लग चुका है.