पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण के साथ ही ब्लैक फंगस मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं. एक ओर जहां लाॅकडाउन के कारण कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है, जिससे लोगों को थोड़ी बहुत राहत मिली है, तो वहीं ब्लैक फंगस के सामने आते मामलों ने सरकार के संग ही आम जनता की चिंताएं बढ़ा दी हैं. सोमवार को भी बिहार में ब्लैक फंगस के मामले सामने आए.
ये भी पढ़ें-जम्मू-कश्मीर में महामारी घोषित हुआ ब्लैक फंगस
कोरोना संक्रमितों में ब्लैक फंगस का मामला गहराता जा रहा है. सोमवार को प्रदेश में ब्लैक फंगस के 25 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें आईजीआईएमएस में 5, पटना एम्स में 15 और निजी अस्पतालों में पांच नए मामले मिले हैं. पटना एम्स में इलाजरत 69 ब्लैक फंगस के मरीजों में 14 मरीज वर्तमान में भी कोरोना से संक्रमित है जबकि 55 मरीज ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस से संक्रमित हुए हैं. बता दें कि पटना एम्स में ब्लैक फंगस के 62 मरीज एडमिट है. जबकि पटना के विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में 25 मरीज ब्लैक फंगस के पीड़ित हैं जिनका इलाज जारी है. प्रदेश में ब्लैक फंगस से अब तक 11 मौत हो चुकी है.
बिहार सरकार घोषित कर चुकी है महामारी
राज्य सरकार ने ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस नाम की बीमारी को महामारी कानून, 1897 के तहत महामारी घोषित कर दी है. शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने इसकी अधिसूचना जारी कर इसे अधिसूचित बीमारी घोषित कर दी. बिहार के अलावे राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, तेलंगाना और तमिलनाडु में भी इसे महामारी घोषित कर दिया गया है.