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बिहार में 2 दिनों में आंधी और वज्रपात से 17 लोगों की मौत, आश्रितों को मिलेंगे 4-4 लाख

बिहार में मौसम का मिजाज (Bihar Weather Update) पूरी तरह बदल गया है. जहां एक ओर लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है, वहीं आसमान से कहर भी बरप रहा है. वज्रपात से दो दिनों में 17 लोगों की मौत हो गयी है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jun 19, 2022, 10:56 PM IST

पटना : बिहार के 8 जिलों में 2 दिनों में आंधी एवं वज्रपात से 17 लोगों की मौत हुई (17 Died In Thunderstorm In Bihar) है. इस घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) मर्माहत हैं. उन्होंने मृतकों के आश्रितों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया हैं. सीएम ने मामले में गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.

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भागलपुर में सबसे अधिक 6 लोगों की मौत : बता दें शनिवार देर रात आंधी एवं वज्रपात से भागलपुर में 03, वैशाली में 03, खगड़िया में 02, कटिहार में 01, सहरसा में 01 एवं मधेपुरा में 01 व्यक्ति की मौत हो गयी. वहीं रविवार को भागलपुर में तीन, बांका में दो और मुंगेर में एक की मौत हो गयी. इसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ मुख्यमंत्री ने सभी मृतक के परिजनों को तत्काल चार चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं.

घरों में रहें सुरक्षित : मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

बिजली गिरने पर क्या करेंःसिर के बाल खड़े हो जाएं या झुनझुनी होने लगे तो फौरन नीचे बैठकर कान बंद कर लें. यह इस बात का संकेत है कि आपके आस-पास बिजली गिरने वाली है. दोनों पैरों को आपस में सटा लें, दोनों हाथों को घुटनों पर रख कर अपने सिर को जमीन की तरफ जितना संभव हो झुका लें. सिर को जमीन से सटने न दें. जमीन पर कभी न लेटें. पेड़ बिजली को आकर्षित करते हैं, इसलिए पेड़ के नीचे खड़े न हों. समूह में न खड़े रहें, अलग-अलग हो जाएं. जहां हैं, वहीं रहें. हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे-लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें. घर से बाहर हैं तो धातु से बनी वस्तुओं का इस्तेमाल न करें. बाइक, बिजली के पोल या मशीन से दूर रहें. बिजली से चलने वाले उपकरणों से दूर रहें. खिड़कियों, दरवाजे, बरामदे और छत से दूर रहें.

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