नालंदा: जिले के सिलाव प्रखंड के एक गांव में कोरोना वायरस का मरीज मिलने से सनसनी फैल गई है. इसके साथ ही जिले में कोरोना वायरस के 2 पॉजिटिव मरीज हो गए हैं. इससे पहले जिले के नगरनौसा प्रखंड के गांव का मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया था वह युवक पटना के एक मेडिकल अस्पताल में वार्ड बॉय था. बुधवार सुबह जिस व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया गया वो आबूधाबी से आया था. इसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया और फिलहाल गांव को सील कर जांच की जा रही है.
नालंदा: कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने पर DM ने किया पूरे गांव को सील, 60 मेडिकल टीमें करेगी जांच
36 वर्षीय शख्स 20 मार्च को आबू धाबी से मुंबई लौटा था. उसी दिन अपने गांव पहुंच गया था. उसकी तबीयत खराब होने के बाद उसकी जांच कराई गई. और शख्स को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया. वहीं सैंपल को जांच के लिए आरएमआरआई पटना भेज दिया गया था, जिसकी जांच में उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया.
20 मार्च को आबू धाबी से मुंबई लौटा कोरोना पॉजिटिव शख्स
बताया जाता है कि 36 वर्षीय शख्स 20 मार्च को आबू धाबी से मुंबई लौटा था. उसी दिन हवाई जहाज के जरिए मुंबई से पटना आया और उसी दिन अपने गांव पहुंच गया था. उसकी तबीयत खराब होने के बाद जांच कराई गई. सैंपल लेकर शख्स को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया. वहीं सैंपल को जांच के लिए आरएमआरआई पटना भेज दिया गया था, जिसकी जांच में उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद से जिला प्रशासन हरकत में आ गया. प्रशासन की ओर से कोरोना वायरस के मामलों में बनाए गए प्रोटोकॉल के तहत कार्यवाही शुरू कर दी गई. व्यक्ति को इलाज के लिए पटना एनएमसीएच भेज दिया गया वहीं पूरे गांव को भी सील कर दिया गया है.
जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह की लोगों से अपील
नालंदा के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस मरीज के परिजनों के सैंपल्स की जांच करायी जा रही है. फिलहाल उन्हें भी आइसोलेशन में रखा गया है. इसके अलावा करीब 3 किलोमीटर दूर तक के लोगों की भी स्क्रीनिंग की जाएगी. इसके लिए 60 मेडिकल टीम बनाई गई है. डीएम ने लोगों से सजग और सतर्क रहने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि जिनमें भी कोरोना से संबंधित बीमारी के लक्षण पाए जाते हैं , वे जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से तुरंत संपर्क करें, उनका पूरा इलाज किया जाएगा.