पटना/नालंदा: राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाने की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ (Police Arrested Cyber Criminal in Patna) लगी है. तीन महीने में सातवीं बार एक और साइबर फ्रॉड पुलिस के हत्थे (cyber fraud gang busted in Patna) चढ़ा है. पकड़ा साइबर फ्रॉड कोई मामूली अपराधी नहीं है बल्कि वह खुद लोगों से साइबर ठगी करता था. पुलिस की गिरफ्त में आरोपित कुंदन कुमार नालंदा के बिहारशरीफ (Bihar Sharif of Nalanda) स्थित मुड़ौरा डीह का रहने वाला है. उसके पास से 33 अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड, 9 पासबुक और तीन चेक बुक बरामद हुए हैं. इसके अलावा एक लाख रुपये कैश और एक मोबाइल फोन भी जब्त हुआ है.
ग्रेजुएट छात्रों ने बनाया साइबर ठगी का गिरोह
पुलिस की पूछताछ में कुंदन ने बताया कि उसने नालंदा से स्नातक तक पढ़ाई की. इसी दौरान उसने कतरीसराय के रहने वाले चंदन कुमार से 'साइबर फ्रॉड की ट्रेनिंग' (cyber fraud training) ली. उसके बाद उसी के साथ मिलकर पांच अन्य ग्रेजुएट छात्रों को जोड़ा और गिरोह बना लिया. चंदन ने इस गिरोह का केंद्र पटना के जगनपुरा स्थित एक फ्लैट में खोला और ठगी का खेल शुरू कर दिया. पुलिस जब फ्लैट में छापेमारी करने पहुंची तो वहां ताला लगा था. आज को फ्लैट तलाशी ली जायेगी और सभी सामानों को जब्त किया जायेगा. थानाध्यक्ष ने बताया कि सोमवार को ही सभी एटीएम कार्ड के अकाउंट को खंगाला जायेगा.
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गरीब लोगों का कमीशन पर अकाउंट खुलवाता था चंदन
इस गिरोह में शामिल पांचों अपराधियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गयी थी. सरगना चंदन नालंदा में अलग-अलग गांवों से गरीब लोगों का कमीशन पर खाता खुलवाता था. इसके बाद उन खातों को पटना में बैठे अपने साथियों को भेजता था. पटना में बैठे उसके शातिर साथी मोबाइल और लैपटॉप से लोगों को ठगते थे. एक सदस्य हर दिन पैसा निकासी करता था. पुलिस को पता चला कि हर साइबर शातिर के पास चार पहिया व दो पहिया वाहनों के साथ-साथ जमीन, मकान व अकाउंट में लाखों रुपये हैं. चंदन अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.