मुजफ्फरपुरःजहरीली शराब (Poisonous liquor) से हुई मौत के बाद राजद की ओर से गठित 6 सदस्यीय टीम मुजफ्फरपुर के सरैया और कांटी थाना क्षेत्र पहुंची. जहां पीड़ित परिवारों से मुलाकात के बाद राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई विरेंद्र ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश के सीएम शराब माफियाओं के साथ बैठकर फोटो खिंचवाते हों, उनसे पूर्ण शराबबंदी (Complete Liquor Ban) पर उम्मीद पालना ही गलत है. यह कैसी शराबबंदी है. सभी लोग खुद सोच सकते हैं.
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भाई विरेंद्र ने शराबबंदी पर होने वाले सीएम की समीक्षा बैठक को आईवॉश करार दिया है और कहा है कि यह समीक्षा सिर्फ और सिर्फ जनता के आंखों में धूल झोंकने जैसा है. सरकार के घटक दल के कई रसूखदार नेता करोड़ों रुपए इस काले कारोबार से कमा चुके हैं. सरकार टुकुर-टुकुर देख रही है.
'एनडीए के नेता ही शराब का कारोबार कर रहे हैं. यहां थाना प्रभारी की पोस्टिंग में आरसीपी टैक्स लगता है. सब मिलजुल कर मालामाल हो जा रहे हैं. सिर्फ जनता ही यहां मरती है. इसलिए यह निकम्मी सरकार है. नीतीश कुमार को पद पर रहने का कोई औचित्य नहीं है. उन्हें अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए. आने वाले समय में यह मुद्दा विधानसभा में भी उठेगा. राजद सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगी.'-भाई विरेंद्र, मुख्य प्रवक्ता, राजद
शराबबंदी के सवाल पर भाई विरेंद्र ने कहा कि राजद शराबबंदी को समर्थन करती है. लेकिन इस तरह की शराबबंदी जहां पर्दे के पीछे से कुछ और खेल चलता है और बाहर कुछ और. आंखों में धूल झोकने वाली और सिर्फ कागजों पर शराबबंदी नहीं होनी चाहिए. बिहार के चार जिलों में राजद की जांच टीम गई है. जहां जहरीली शराब से मौत हुई है. सभी जगह से पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद विधानसभा में यह मुद्दा उठाया जाएगा.
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