मुजफ्फरपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी चमकी बुखार का कहर शुरू हो चुका है. सोमवार को एईएस की वजह से एसकेएमसीएच में इलाजरत एक बच्ची की मौत हो गई. बीते दिनों इससे पहले एक और बच्चे की मौत हो चुकी है. इस साल चमकी बुखार से ये दूसरी मौत है.
मुजफ्फरपुर: AES ने शुरू किया मौत का तांडव, SKMCH में इलाजरत बच्ची की मौत से आंकड़ा हुआ 2
इस साल अब तक एईएस के कुल 14 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 2 बच्चों की मौत हो चुकी है, 4 बच्चे अभी भी एसकेएमसीएच के 'पीकू' वार्ड में भर्ती हैं. इनमें से 2 बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है
इस साल अब तक एईएस के कुल 14 मामले आए सामने
जानकारी के मुताबिक इस साल अब तक एईएस के कुल 14 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 2 बच्चों की मौत हो चुकी है, 4 बच्चे अभी भी एसकेएमसीएच के 'पीकू' वार्ड में भर्ती हैं. इनमें से 2 बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. हालांकि 8 बच्चे ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं. सोमवार को जिस बच्ची की मौत हुई है वह मुशहरी की रहने वाली है.
पिछले साल लगभग 200 बच्चों की हुई थी मौत
साल 2019 में भी राज्य में चमकी बुखार ने मौत का तांडव मचाया था. अकेले एसकेएमसीएच में ही चमकी बुखार ने करीब 150 बच्चों की जिंदगी छीन ली थी, पूरे प्रदेश में ये आंकड़ा लगभग 200 बच्चों का था. राज्य सरकार ने इस बीमारी से निपटने के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की थी. लेकिन फिर से 2020 में भी इस बीमारी के कारण बच्चों का अस्पताल में भर्ती होना और उनकी मौत से टीकाकरण अभियान पर सवाल खड़े हो रहे हैं.