मुजफ्फरपुर:बिहार में स्वास्थ्य विभाग (Bihar Health Bepartment) का हैरतअंगेज कारनामा बीच-बीच में सरकार के दावों की पोल खोल देता है. कभी कोरोना जांच (Corona Test) में भारी पैमाने पर धांधली की खबर सामने आती है तो कभी टीकाकरण (Corona Vaccination) को लेकर अनियमितता की. अब एक बार फिर कुछ इसी प्रकार का मामला सामने आया है जो कर्मचारियों की लापरवाही का जीता-जागता नमूना है.
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मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के कांटी इलाके के एक आदमी की मौत के छह माह बाद उसके दूसरे डोज का मैसेज आया है. मैसेज आने के बाद घर वाले परेशान हैं. आखिर कौन सा भूत आकर कोरोना (Covid-19) का टीका लेकर चला गया. अब इसे लेकर कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत डाटा अपलोड पर सवाल उठ रहा है. इसकी शिकायत सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा (Civil Surgeon Dr. Vinay Kumar Sharma) के पास पहुंची है. उन्होंने कांटी पीएचसी प्रभारी से इस संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी है.
सीएस ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि जिस व्यक्ति की मौत हो गई है, टीकाकरण के लिए किस तरह से उसका आधार कार्ड जांच कर पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया. यह बहुत बड़ी लापरवाही है. वैसे सीएस ने माना कि टीका देने के लिए तो सरकारी कर्मी हैं लेकिन उससे संबंधित जांच के लिए कुछ स्वयंसेवक, जो मोबाइल चलाने में दक्ष हैं, उनकी भी सेवाएं ली जा रही हैं. आखिर किस स्तर से यह चूक हुई है, इसकी जांच होगी. सीएस ने कहा कि संबंधित परिवार की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है.