मुजफ्फरपुर : बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए में शामिल बीजेपी और जेडीयू आमने-सामने आ गए है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को मुजफ्फरपुर में कहा कि ने पूरे देश में धर्मांतरण को रोकने के लिए पूरे कानून बनना चाहिए (Giriraj Singh demands Anti conversion Law). इससे पहले, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार में धर्मांतरण विरोधी कानूनकी कोई जरूरत नहीं (Nitish Kumar on Anti conversion Law) है.
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बिहार में धर्मांतरण विरोधी कानून की जरूरत : बिहार के बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह शुक्रवार को मुजफ्फरपुर में एमपी एमएलए कोर्ट में एक मामले को लेकर पहुंचे थे. इस क्रम में पत्रकारों ने जब उनसे धर्मांतरण कानून के विषय में पूछा गया, तो उन्होंने साफ लहजे में कहा कि धर्मांतरण को रोकने के लिए पूरे देश में कानून बिहार में नहीं है धर्मांतरण विरोधी कानून की जरूरतबनना चाहिए. दरअस, कई बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बिहार में धर्मांतरण विरोधी कानून की जरूरत पर बल देते रहते हैं.
धर्मांतरण कानून पर नीतीश कुमार ने बीजेपी को दिया जवाब : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार में धर्मान्तरण विरोधी कानून की कोई जरुरत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार यहां हमेशा अलर्ट रहती है, सभी लोग शांति से रहते हैं. उन्होंने कहा था कि यहां इस तरह का कोई 'डिस्प्यूट' नहीं है. बिहार में बहुत शांति है। लोग चाहे वे किसी भी धार्मिक समूह के हों शांति से रहते हैं.
''जिस राज्य में सरकार अलर्ट है और सभी धर्म के लोग शांति से रह रहे हैं, वहां धर्मांतरण विरोधी कानून की कोई जरूरत नहीं है. बिहार में समुदायों के बीच कोई झगड़ा नहीं है. सभी तरह की आस्था वाले लोग शांति से रह रहे हैं. उनके लिए कोई परेशानी नहीं है। हमने अपना काम कुशलता से किया है. इसलिए यहां इस तरह के कदम की जरूरत नहीं है. सरकार की सतर्कता ने सुनिश्चित किया है कि राज्य में कोई सांप्रदायिक तनाव न हो.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार