मुजफ्फरपुर: जिले की हवा दिल्ली और पटना से भी ज्यादा जहरीली हो चुकी है. मुजफ्फरपुर का एक्यूआई खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण के चलते अधिकारियों की नींद उड़ गई है. इसको लेकर डीएम ने समाहरणालय सभाकक्ष में आपात बैठक की. इसमें विभिन्न विभागों के साथ प्रदूषण की रोकथाम सहित कई विषयों पर चर्चा की गई.
मुजफ्फरपुर बना देश का सबसे प्रदूषित शहर, DM ने बुलाई आपात बैठक - प्रदूषण बोर्ड पटना के
जिले में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए. डीएम आलोक रंजन घोष ने विभिन्न विभाग के अधिकारियों संग बैठक की. इस दौरान उन्होंने बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए.
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डीएम ने अधिकारियों को लगाई फटकार
डीएम आलोक रंजन घोष ने विभिन्न विभाग के अधिकारियों संग बैठक की. इस दौरान उन्होंने बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए. उन्होंने सभी विभागों को इस संबंध में सख्त निर्देश दिया कि उनके जरिए की गई कार्रवाई से सम्बंधित प्रतिवेदन शीघ्र उपलब्ध कराएं. डीएम ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि दिए गए निर्देश के आलोक में अपेक्षित परिणाम नहीं दिख तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही नगर निगम, आरसीडी परिवहन, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग विभाग के अधिकारियों को कहा कि जनहित को देखते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करें. नगर निगम और सम्बंधित विभागों को निर्देश दिया कि नियम के अनुसार शहर में हो रहे गृह निर्माण को ग्रीन कवर से ढक कर करें. बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ प्रदूषण बोर्ड पटना के भी अधिकारी उपस्थित थे.
दिल्ली और पटना से भी जहरीली हुई जिले की हवा
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर ने वायु प्रदूषण के मामले में दिल्ली और पटना को पीछे छोड़ दिया है. जिसके चलते सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन की शिकायतें बढ़ी हैं. इसी बीच जारी किए गए प्रदूषण के आंकड़े को लेकर राज्य प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के साथ समीक्षा बैठक और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.