मधुबनी: जिले में अंग्रेजों के जमाने में बनाया गया रेल सह सड़क पुल जर्जर हो चुका है. यह पुल अब बड़े-बड़े गड्ढों से पट चुका है. यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन सरकार और संबंधित अधिकारियों की नींद है कि टूटने का नाम नहीं ले रही है.
मधुबनी का यह पुल हुआ जर्जर, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
इलाके के लोगों ने बताया कि इस समस्या के लिए कई बार यहां के सांसद, विधायक और विधान पार्षद से शिकायत की लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली.
नीतीश मिश्रा की पहल पर हुई थी मरम्मत
कभी यह पुल एक साथ ट्रेन, बस, बाइक और पैदल यात्रा के लिए जाना जाता था. लेकिन अब अपनी खस्ताहालत के लिए मशहूर है. बता दें कि तत्कालीन ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्रा की पहल पर रेलवे के जरिए इस पुल की मरम्मत का कार्य करवाया गया था, लेकिन रेलवे के आमान परिवर्तन कार्य होने को लेकर रेलवे पुल को तवज्जो नहीं दे रहा है. खस्ताहाल पुल के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद सरकार की तरफ से पुल की मरम्मत के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है.
किसी नें नहीं ली सुध
बता दें कि इस पुल का फायदा दर्जनों गांवों को मिलता है. खासकर मदनपुर, रतौल, सर्व सीमा नरूआर, पेट घाट, पोखरभिरा टटूवार जैसे दर्जनों गांवों इसमें शामिल हैं. इलाके के लोगों ने बताया कि इस समस्या के लिए कई बार यहां के सांसद, विधायक और विधान पार्षद से शिकायत की लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली.