कटिहार: जिले के शहरी क्षेत्र के वार्ड संख्या 18 और 19 के लोग आज भी चचरी पुल के सहारे आवागमन कर रहे हैं. इलाके के लोगों का एकमात्र सहारा चचरी पुल ही है. स्थानीय लोगों ने नाला निर्माण और सड़क निर्माण के लिए कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इसकी शिकायत की है. लेकिन, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. क्षेत्र के लोगों के लिए ना हीं नाला का निर्माण कराया गया है और ना ही सड़क का. इस कारण लोग चचरी पुल के सहारे ही आवागमन करने को मजबूर है.
कटिहार: शहरी क्षेत्र के वार्ड संख्या 18 और 19 में आज भी चचरी पुल ही लोगों का सहारा
कटिहार नगर निगम और शहरी क्षेत्र के धिकांश वार्ड में जल जमाव जैसी स्थिति है. शहर में जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है. जरा सी बरसात से शहर के कई इलाकों में नाले का पानी जमा हो जाता है.
अधिकांश वार्ड में जल जमाव जैसी स्थिति
कटिहार नगर निगम और शहरी क्षेत्र के अधिकांश वार्ड में जल जमाव जैसी स्थिति है. शहर में जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है. जरा सी बरसात से शहर के कई इलाकों में नाले का पानी जमा हो जाता है. इन इलाके के लोगों में बीमारी फैलने का डर समा गया है. स्थानीय लोगों के बताते हैं इलाके में नाला नहीं होने से पूरे शहर का पानी इस क्षेत्र में भर गया है जिस कारण बीमारी फैलने की भी आशंका बढ़ गई है.
बीमारी फैलने की बढ़ी आशंका
स्थानीय लोगों ने कई बार वार्ड पार्षद और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इसके बारे में शिकायत की लेकिन किसी ने भी इसकी सुधि नहीं ली. लोगों की माने तो इलाके में सालों भर पानी जमा रहता है और बरसात के दिनों में आवागमन में काफी समस्या होती है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि अभी कोरोना वायरस के संकट में पूरे शहर में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन इनके इलाके में अबतक छिड़काव तक नहीं किया गया है. इलाके में जलजमाव के कारण मलेरिया फैलने की आशंका भी बढ़ गई है.