कटिहार: स्थानीय जीआरपी ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है. अरबों रुपए के बजट वाले रेल विभाग के पास शव ढोने के लिए गाड़ी तक नहीं है. रेल पुलिस ने अज्ञात शव को रिक्शे पर लादकर शहर की सड़कों पर घुमाया. व्यक्ति की मौत सफर के दौरान ही हो गई. जिसकी शिनाख्त अब तक नहीं की जा सकी. पूरे मामले पर पुलिस का बेहद संवेदनहीन चेहरा सामने आया है.
अरबों का रेल बजट, लेकिन कटिहार में शव ढोने के लिए गाड़ी तक नहीं - very insensitive face of police in katihar
कटिहार जीआरपी का बेहद अमानवीय चेहरा सामने आया है.12506 नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस में यात्री की मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के नाम पर रिक्शे पर लादकर शहर की सड़कों पर घुमाया गया.
'यात्री की तबियत बिगड़ने पर हुई मौत'
नई दिल्ली से गुवाहाटी जा रही 12506 नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस में यात्री की तबियत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गयी. सूचना मिलने पर रेलवे सुरक्षा बल ने कटिहार रेलवे जंक्शन पर आरपीएफ और जीआरपी की मदद से मृतक यात्री का शव उतारा. कटिहार रेल पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेजा.
'शव के साथ पुलिस का अमानवीय बर्ताव'
इसके बाद ही यात्री के शव के साथ अमानवीय व्यवहार की शुरुआत हुई. रेल पुलिस ने अज्ञात शव को पोस्टमार्टम के नाम पर रिक्शे पर लादकर शहर की सड़कों पर घुमाया. यहां तक कि पोस्टमार्टम के बाद भी उसी तरह लाद कर लौटी. शव के साथ ऐसे अमानवीय बर्ताव के सवाल पर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि शव वाहन नहीं है इसीलिए शव ढोने का कोई और साधन नहीं होने के कारण रिक्शे पर लादकर ले जा रहे है.