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गया: कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अधिकारियों के साथ की बैठक, दिए जरूरी दिशा-निर्देश

प्रेम कुमार ने अनुमण्डल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिले में लॉक डाउन के दौरान कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन के कार्य प्रभावित न हों इसका ध्यान रखा जाए. बेवजह पुलिस प्रशासन किसानों, पशुपालकों और मछलीपालकों के वाहनों को न रोके.

minister prem kumar held a review meeting
minister prem kumar held a review meeting

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Published : Apr 16, 2020, 7:44 PM IST

गया: कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री प्रेम कुमार ने परिसदन में अधिकारियों के साथ जिले में राशन कार्ड की स्थिति, अनाज की उपलब्धता और वितरण की समीक्षा की. मंत्री ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अनाज के वितरण पर जिला प्रशासन सतत निगरानी बनाये रखे. कोरोना वायरस की वजह से जारी लाॅक डाउन की स्थिति में लोगों को जन वितरण प्रणाली से मिलने वाले अनाज की तौल कम और कीमत ज्यादा नहीं होनी चाहिये. प्रेम कुमार ने कहा कि निर्धारित मापदंड पर सभी राशन कार्ड आवेदकों की जांच जल्द से जल्द पूरी की जाए और लोगों को राशन कार्ड आवंटित कर सहायता राशि का भुगतान किया जाए.

जारी किया गया हेल्पलाईन नंबर
बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि जन वितरण प्रणाली की दुकानों से कोरोना वायरस से राहत के लिये चालू की गई प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना के अन्तर्गत प्रति यूनिट 5 किलो चावल बांटे जा रहे है. योजना के तहत 1 किलो दाल भी दी जानी है लेकिन दाल की आपूर्ति शुरु नहीं होने के कारण दाल का वितरण नहीं हो पा रहा है. इस योजना के मद्देनजर सभी लाभुकों को 1000 रुपये का भुगतान उनके खातों में किया जा रहा है. इसके अलावा पहले अंत्योदय कार्ड और अन्य कार्ड धारकों को निर्धारित चावल, गेहूं जैसे अनाज तय कीमतों पर पहले के अनुसार ही दिए जा रहे हैं. लाभुको को कोई समस्या न हो इसके लिए हेल्पलाईन नं. 0631-2225761 और 0631-2225762 चालू किया गया है.

प्रेम कुमार ने अधिकारियों को दिए निर्देश
उप विकास आयुक्त ने बताया कि कई स्थानों पर फोन और दूसरे साधनों से मिल रही सूचना के आधार पर गरीब, असहाय लोगों को जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें प्रशासन की ओर से सूखा राशन वितरित किया जा रहा है. अभी तक 10450 पैकेट सूखा राषन वितरित किया गया है. प्रेम कुमार ने अनुमण्डल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिले में कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन के कार्य प्रभावित न हों इसका ध्यान रखा जाए. बेवजह पुलिस प्रशासन किसानों, पशुपालकों और मछलीपालकों के वाहनों को न रोके.

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