गया:यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर बिहार में भी सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है. खासकर एनडीए के चारों दल उत्तर प्रदेश के लिए ताल ठोंक रहे हैं. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (Hindustani Awam Morcha) भी जोर-शोर से तैयारियों में जुटा हुआ है. इस बीचहम प्रमुख जीतनराम मांझी (HAM Chief Jitan Ram Manjhi) ने उम्मीद जताई है कि सभी घटक दल साथ मिलकर ही चुनाव लड़ेंगे.
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पिछले कुछ दिनों से अपने बयानों से एनडीए को परेशान कर देने वाले जीतनराम मांझी ने बुधवार को गया में मीडिया से मुखातिब होते हुए थोड़ी नरमी दिखाई और साफ कर दिया कि वे एनडीए में बने रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि एनडीए में रहकर ही हम उत्तरप्रदेश का चुनाव भी लड़ेंगे. इसके लिए संबंधित नेताओं के साथ बातचीत भी करेंगे.
"एनडीए छोड़ने का सवाल ही नहीं है. हम तो बहुत पहले ही कह दिए हैं कि हम नीतीश कुमार के साथ हैं और साथ रहेंगे. हम तो एनडीए गठबंधन में रहकर ही उत्तरप्रदेश का चुनाव भी लड़ेंगे. इसके लिए एनडीए से संबंधित नेताओं की राय भी ली जाएगी"- जीतनराम मांझी, अध्यक्ष, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा
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आपको याद दिलाएं कि इसी साल 2 अगस्त को मांझी के बेटे और नीतीश सरकार में मंत्री संतोष सुमन ने लखनऊ में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) से मुलाकात भी की थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संतोष सुमन ने कहा कि हमारी पार्टी चाहती है कि वह यूपी में भी अपना विस्तार करें, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में भाग ले सकें. वे इसी मकसद से यूपी के दौरे पर आए हुए हैं.
उसके बाद दिल्ली में 16 सितंबर को जीतनराम मांझी ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की. कहने के लिए तो ये मुलाकात बिहार के विकास को लेकर हुई, लेकिन दोनों की मीटिंग के बाद सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि यूपी में मांझी का बीजेपी से गठबंधन (Manjhi Alliance with BJP in UP) लगभग तय है.
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अहम बात ये भी है कि एक तरफ जहां मुकेश सहनी को बीजेपी जरा भी भाव नहीं दे रही है, वहीं मांझी को पूरी तरजीह मिल रही है. ब्राह्मणों पर विवादित बयान के बाद भी अबतक किसी भी बड़े नेता ने मांझी को लेकर कोई बात नहीं की है. ऐसे में माना जा रहा है कि मांझी का बीजेपी से गठबंधन हो सकता है. उनका गया में दिया गया बुधवार का ये बयान इसी संदर्भ में देखा जा रहा है. यहां एक बात और भी गौर करने वाली है कि अभी तक यूपी के लिए बीजेपी और जेडीयू के बीच भी गठबंधन पर कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है.
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