गया:महात्मा गांधी ने कहा था कि राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाने से देश की उन्नति होगी. गांधीजी के इस बात का अब पूरी दुनिया लोहा मान रही है. गौरतलब है कि हिंदी इंटरनेट पर सबसे तेज गति से बढ़ने वाली भाषा बन गई है. विश्व प्रसिद्ध बोधगया में भी बौद्ध धर्म गुरु हिंदी भाषा बोलते हैं.
गया: विदेशी बौद्ध भन्ते भी कर रहे हिन्दी का प्रयोग, स्कूल में प्राप्त किया हिंदी का ज्ञान
बोधगया के तिब्बत मंदिर के सदस्य लामा तेन्जिंग दोरजे ने बताया कि उन्हें भी थोड़ी-थोड़ी हिंदी आती है. उन्होंने स्कूल में हिंदी भाषा का ज्ञान प्राप्त किया है. तिब्बती होने के बावजूद उन्हें हिंदी बोलना बहुत अच्छा लगता है.
स्कूल में हिंदी का ज्ञान प्राप्त किया
बोधगया के तिब्बत मंदिर के सदस्य लामा तेन्जिंग दोरजे ने बताया कि उन्हें भी थोड़ी-थोड़ी हिंदी आती है. उन्होंने स्कूल में हिंदी भाषा का ज्ञान हासिल किया है. तिब्बती होने के बावजूद उन्हें हिंदी बोलना बहुत अच्छा लगता है. उन्होंने कहा कि उनकी पहली भाषा तिब्बती, दूसरी भाषा हिंदी और तीसरी भाषा अंग्रेजी है. हिंदी के साथ उनके बहुत सारे बौद्ध भिक्षु और टुरिस्ट जुड़े हुए हैं.
14 सितंबर को मनाया जाता है हिंदी दिवस
आपको बता दें कि हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है. 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला था. उसी दिन से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रुप में मनाया जाता है. इस अवसर पर देश भर में हिंदी से संबंधित कई तरह के कार्यक्रम होते हैं.