बिहार

bihar

ETV Bharat / city

गया: शेखवारा गांव में जेपी सेनानियों ने मनाया लोकनायक का जयंती समारोह, 3 बार यहां आ चुके हैं जेपी

गया के शेखवारा गांव में लोकनायक जयप्रकाश नारायण 3 बार जा चुके हैं. जेपी सेनानियों ने यहां जेपी के जयंती समारोह का आयोजन किया. उनलोगों ने बताया कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी भी जेपी आंदोलन में शामिल थे, लेकिन सत्ता मिलने के बाद वे जेपी के सिद्धांतों को भूल गए.

By

Published : Oct 12, 2019, 7:40 AM IST

समारोह

गया: जिले के बोधगया प्रखंड के शेखवारा गांव में जेपी के जन्मदिवस पर जेपी लोकतंत्र सेनानी संगठन के सदस्यों ने जयंती समारोह का आयोजन किया. इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में गया के सांसद विजय मांझी शामिल रहे. इस गांव में लोकनायक जयप्रकाश नारायण 3 बार आ चुके हैं.

'नीतीश कुमार ने जेपी का सपना साकार किया'
गया के सांसद विजय मांझी ने जेपी की फोटो पर माल्यार्पण करके जयंती समारोह का उद्धघाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पूरे देश में जेपी का 117वां जन्मदिवस मनाया गया. उन्होंने नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने जेपी के सपनों को सच्चाई में बदला है. मुख्यमंत्री ने 7 निश्चय योजना के माध्यम से महात्मा गांधी और जेपी के सपनों को साकार किया है. पूरा देश इस 7 निश्चय योजना का अनुसरण कर रहा है.

जेपी के फोटो पर माल्यार्पण करते गया सासंद

जेपी 3 बार जा चुके हैं शेखवारा गांव
वहीं, जेपी लोकतंत्र सेनानी संगठन के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि जेपी 3 बार शेखवारा गांव आ चुके हैं. पहली बार वह भूदान आंदोलन के दौरान आए थे. दूसरी बार बिहार में अकाल के समय उन्होंने इस गांव में आकर भूखे और निर्धन लोगों की मदद की थी. तीसरी बार जेपी आंदोलन के दौरान वह 1975 में आए थे. इस दौरान यहां के कई युवा जेपी के साथ आए थे.

शेखवारा गांव में जेपी का जयंती समारोह

'जेपी आंदोलन में नीतीश कुमार भी थे शामिल'
जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि 1975 के जेपी आंदोलन में शामिल युवाओं में नीतीश कुमार और सुशील मोदी भी थे. लेकिन, वेलोग सत्ता मिलने के बाद जेपी के सिद्धांतों को भूल गए. उनलोगों ने आंदोलन के दौरान राष्ट्रपति और गरीब के बच्चों को एक समान शिक्षा मिलने का नारा लगाया था, जो अब वे भूल चुके हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details