दरभंगा: जिले के लोगों में 'हर घर नल का जल' योजना को लेकर काफी गुस्सा है. लोगों ने ठेकेदारों पर योजना में अनियमितता करने का आरोप लगाया है. बता दें कि लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए शुरू हुई 'हर घर नल का जल' योजना दरभंगा शहरी क्षेत्र में फेल साबित होती दिख रही है. शहर के कुल 50083 घरों में इस योजना के तहत जलापूर्ति कनेक्शन देने का लक्ष्य था, लेकिन अब तक केवल 10067 घरों में ही कनेक्शन दिए जा सके हैं.
जिन घरों में कनेक्शन दिए गए हैं, उनमें से अधिकतर में जलापूर्ति शुरू होने के कुछ समय बाद ही बंद हो गयी. देखकर साफ लगता है कि ठेकेदारों ने घटिया पाइप और नल लगाए हैं. अधिकतर जगहों पर पाइप सड़क पर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. कई जगहों पर गंदे नालों से होकर पेयजल की पाइप गुजारी गई है. नल के टोटियां टूट चुकी हैं.
'ठेकेदार ने लगाई घटिया पाइप'
स्थानीय रामबहादुर पासवान ने बताया कि उनके मोहल्ले में कनेक्शन लगने के दो महीने बाद ही पानी की सप्लाई बंद हो गई. पिछले छह महीने से ये बंद पड़ी है. उन्होंने कहा कि किससे शिकायत करें, कोई देखने ही नहीं आता है. ठेकेदार घटिया क्वालिटी की पाइप और नल लगाकर चला गया. इससे उन लोगों को कोई फायदा नहीं हो रहा है. पानी की समस्या होने के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
एजेंसी के खिलाफ होगी कार्रवाई
दरभंगा नगर निगम के आयुक्त घनश्याम मीणा ने कहा कि लगातार मिल रही शिकायतों के बाद उन्होंने शहर के हर वार्ड में योजना की जांच करवाई है. इसकी रिपोर्ट नगर विकास विभाग के वरीय अधिकारियों को भेज दी गई गई है. एजेंसी के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी.
सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट है 'हर घर नल का जल'
बता दें कि 'हर घर नल का जल' योजना सात निश्चय के तहत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसका उद्देश्य गरीब से गरीब परिवार तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है. इससे प्रेरणा लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे देश भर में लागू करने की घोषणा की है. लेकिन दरभंगा में इस योजना की जमीनी हकीकत देख कर ऐसा नहीं लगता कि इससे लोगों को कुछ लाभ मिल पा रहा है.
धनश्याम मीणा, आयुक्त, दरभंगा नगर निगम