दरभंगा: दरभंगा मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सोमवार से कोरोना संक्रमण की जांच शुरू हो सकती है. कोरोना जांच के लिए तत्काल 200 आवश्यक कीट पटना से रविवार को यहां आ गई है. आज से कोरोना जांच का ट्रायल का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा और सभी चीज ठीक रहा तो अब किसी मरीज का सैंपल जांच के लिए पटना नहीं भेजा जाएगा.
यहां पर जांच की सुविधा प्रारंभ हो जाने से उत्तर बिहार से लोगों को काफी लाभ मिलेगा. साथ ही उन्हें पटना पर निर्भर नहीं होना होगा. विशेषज्ञों के अनुसार जांच के 3 से 4 घंटे के भीतर रिपोर्ट मिल जाएगी और 24 घंटे में लगभग 100 संदिग्ध लोगों की अस्पताल के लैब में ही जांच हो जाएगी.
ICRM एक्सपर्ट समस्या करेंगे दूर
बता दें कि मरीजों की सामान्य जांच से पहले जांच की गुणवत्ता की जांच की जाएगी. एक सैंपल की जांच कर रिपोर्ट आइसीएमआर भेजी जाएगी. वहां से जांच रिपोर्ट को सही प्रमाणित कर दिए जाने के बाद सामान्य जांच शुरू हो जाएगी. किसी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल आइसीएमआर के एक्सपर्ट ऑनलाइन उसे दूर कर देंगे. जांच रिपोर्ट सही होने पर सामान्य रूप से माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोरोना की जांच शुरू हो जाएगी. लैब में एक साइंटिस्ट और एक तकनीकी कर्मी जांच कार्य में शामिल होंगे. इसके लिए उन्हें सुरक्षा संसाधन उपलब्ध करा दिया गया है. वैसे मशीन कितना काम करती है यह जांच रिपोर्ट की स्वीकृति और अस्वीकृति पर ही निर्भर करेगा.
जागरुकता के लिए लगा पोस्टर 2014 में उपलब्ध है मशीन
मालूम हो कि डीएमसीएच में वर्ष 2014 से ही चार आरटीपीसीआर मशीन उपलब्ध है. इतने दिनों तक इन मशीनों का उपयोग नहीं किया गया. बताया जाता है कि मौजूद चार मशीन में 3 खराब हैं. जिसका मुख्य कारण यह बतलाया गया की लंबे समय से मशीन बंद होने के कारण ये काम नहीं काम कर रही है. एक मशीन को चालू करते हुए, लैब के दो स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण के लिए लखनऊ भेजा गया है. दोनों स्वास्थ्य कर्मी प्रशिक्षण प्राप्त कर यहां आ चुके हैं और रविवार को कोरोना जांच किट आ जाने से उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार से जांच प्रारंभ कर दिया जाएगा. बता दें कि बिहार में अब तक 15 कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके हैं. जिसमें 1 की मौत हो चुकी है.