दरभंगा:जिले के तीन भाई-बहनों ने 31वीं न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है. इससे इलाके में खुशी का माहौल है. बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग ने 31वीं न्यायिक सेवा परीक्षा का अंतिम परिणाम सोमवार देर रात जारी किया था. इस परीक्षा में रांची की भावना नंदा ने पहला स्थान हासिल किया है. वहीं दूसरे स्थान पर मध्यप्रदेश के दिव्यांशु गुप्ता और तीसरे स्थान पर मधुबनी के राघव रहे. अनेक छात्रों ने परीक्षा में सफलता हासिल की, लेकिन दरभंगा के इन तीन भाई बहनों की सफलता की कहानी की चर्चा इलाके में हो रही है. तीनों ने अपने परिवार का नाम रोशन किया है.
इसे भी पढ़ेंः बेटियां नहीं हैं बेटों से कम: BJSE में मोतिहारी की स्नेहा बनी चौथी टॉपर
चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से एलएलएम कीः दरभंगा जिले की दो सगी बहन कुमारी शिप्रा और नेहा कुमारी ने 31वीं न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है. वहीं, उनके चचेरे भाई अनंत कुमार ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है. बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले तीनों उम्मीदवारों ने चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से एलएलएम की पढ़ाई की है.
इसे भी पढ़ेंः मिलिए भावना नंदा से, 31वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में बनीं टॉपर
चाचा ने दी थी परीक्षा की जानकारीः शिप्रा और नेहा के पिता रिटायर पुलिस इंस्पेक्टर हैं. वहीं, अनंत के पिता पेशे से शिक्षक हैं. इन तीनों उम्मीदवारों को सफलता की प्रेरणा उनके चाचा से मिली. मिली जानकारी के अनुसार इनके चाचा उदय लाल देव दरभंगा कोर्ट में वकालत करते हैं. उन्होंने ही इन सभी को न्यायिक सेवा परीक्षा के बारे में जानकारी दी थी. इन सभी की सफलता के बाद से ही पूरे क्षेत्र में इनके चर्चे हो रहे हैं.
''कभी भी असफलता से निराश नहीं होना चाहिए. हमेशा सिरंतर प्रयास करते रहना चाहिए. एक ना एक दिन सफलता जरूर मिलेगी. क्योंकी अच्छी चीज थोड़ी देर से मिलती है. उसके लिए सब्र सबसे ज्यादा जरूरी चीज है.'' -कुमारी शिप्रा, सफल उम्मीदवार
इंटरव्यू में शामिल हुए 688 अभ्यर्थी: 31वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा के मेंस परीक्षा पास करने के बाद सफल अभ्यर्थियों का इंटरव्यू 22 अगस्त से 6 सितंबर 2022 तक हुआ. आयोग के सचिव अमरेंद्र कुमार के अनुसार मुख्य परीक्षा में 688 उम्मीदवार सफल हुए थे. जिसमें 278 उम्मीदवार को इंटरव्यू में न्यूनतम योग्यता के लिए 35 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त हुए. जिसके कारण उन्हें मेधा सूची में शामिल नहीं किया गया. सचिव ने बताया कि परिणाम आयोग की वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है. जहां रौल नंबर और जन्म की तारीख डालकर रिजल्ट डाउनलोड किया जा सकता है.