दरभंगा : बिहार में नीतीश कुमार की सरकार ने 2016 से पूर्ण शराबबंदी कानून (Prohibition Law in Bihar) लागू कर रखा है. इसके बावजूद यहां शराब बेचने और पीने-पिलाने पर रोक नहीं लग पा रही है. इसकी वजह से अपराध लगातार बढ़ रहा है. इस कानून के बेअसर होने से परेशान जिले के बहादुरपुर प्रखंड के सिमरा नेहालपुर पंचायत के लोगों ने खुद ही नशाबंदी का बीड़ा उठा लिया है.
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गांववाले पिए शराब तो जाएंगे पुलिस के पास :इसके तहत पंचायत के वार्ड 6 के लोगों ने गांव में दारू, ताड़ी और गांजा बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है और इस सूचना के पोस्टर गांव में जगह-जगह लगा दिए हैं. लोग गांव में जगह-जगह घूम कर नशाबंदी के खिलाफ नारे लगा रहे हैं और लोगों को ताकीद कर रहे हैं. लोगों ने तय किया है कि अब से शराब, ताड़ी और गांजा बेचनेवालों को वे लोग खुद पकड़ कर पुलिस के हवाले कर देंगे.
''राज्य में शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद लोग धड़ल्ले से गांव में शराब बेच रहे थे. लोगों पर समझाने का कोई असर नहीं हो रहा था. इसलिए हमलोगों ने गांव में एक बैठक की और नशाबंदी लागू करने के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया. अब से गांव में जो भी व्यक्ति शराब, ताड़ी या गांजा बेचेगा उसे पकड़कर वे लोग खुद ही पुलिस को दे देंगे.''- विनोद राम, निवासी, सिमरा नेहालपुर पंचायत
बैनर-पोस्टर लगाकर लोगों को किया जा रहा जागरूक : विनोद राम ने कहा कि वे लोग गांव में जगह-जगह पोस्टर-बैनर लगाकर लोगों को इसके लिए जागरूक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए स्थानीय मब्बी ओपी पुलिस से भी उन लोगों की बात हुई है. पुलिस ने भी गांव के लोगों का समर्थन किया है और नशा बेचनेवालों को खबरदार किया है.