सारण:जेपी यानि जयप्रकाश नारायण, महान स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने देश और युवा शक्ति को एक नयी दिशा दी. लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है. सत्तर के दशक में जेपी आंदोलन ने बिहार को कई बड़े नेता दिए. जिसमें पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव और वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रमुख हैं. आज भी उनके विचार लोगों के लिए प्रेरणादयक है, जिससे उनके सपनों के भारत का निर्माण किया जा सके.
जेपी एक महान राजनीतिक विचारक थे. उनका नाम देश के एक ऐसे शख्स के रूप में उभरता है, जिन्होंने अपने विचारों, दर्शन और व्यक्तित्व से देश की दिशा तय की. समाजवाद के समर्थक होने के साथ-साथ उनकी सांसदीय प्रजातंत्र में पूरी निष्ठा थी. लोकतंत्र की रक्षा के लिए उनकी संपूर्ण क्रांति ने भारतीय राजनीति में एक युग की शुरूआत की.
जेपी के विचारों से बनेगा सपनों का भारत
जेपी के अनुयायी आलोक सिंह कहते हैं कि जयप्रकाश नारायण के सपनों को जरूर आगे बढ़ायेंगे. जेपी के विचारों का प्रचार प्रसार अपने फाउंडेशन के माध्यम से करने की बात करते हुए कहते हैं कि जननायक के विचार को गांव-गांव तक पहुंचाना उनका लक्ष्य है. इसके अलावे 1974 में शुरू किया गया आंदोलन सक्रिय रहे. आलोक सिंह आगे कहते हैं कि सिताब दियारा उनके सपनों का बने यहीं तमन्ना है. उनके विचार प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में फैले. जिससे जेपी के सपनों का नया भारत का निर्माण हो सके.
अपनी मिट्टी से जुड़े रहने को किया प्रेरित
जयप्रकाश नारायण का जन्म 11 अक्टूबर 1902 को जिला के रिविलगंज प्रखंड स्थित सिताब दियारा के लाल टोला में हुआ था. उनके गांव में प्लेग फैलने और नदी में हुए कटाव के कारण बचपन में ही वह उत्तरप्रदेश में जा बसे. उत्तर प्रदेश का वह स्थान आज जयप्रकाश नगर के नाम से जाना जाता है. वह अपने परिवार के सदस्यों, मित्रों और सहयोगियों के प्रति काफी प्रेममयी संबंध रखते थे. उन्होंने अपने परिवार और परिजनों को संस्कार देने के साथ-साथ अपनी मिट्टी से जुड़े रहने को भी प्रेरित किया. आज भी कई लोग उनकी विचारधाराओं का पालन करते हैं.