भागलपुर (नवगछिया):भागलपुर में नवगछिया रेल रैक प्वाइंट (Navagachhiya Railway Rack Point) पर मालवाहक वाहनों पर बेरोक-टोक ओवरलोडिंग का धंधा जारी है. नवगछिया रेल रैक प्वाइंट पर लोडिंग और अनलोडिंग का काम रेल प्रशासन की मौजूदगी में होता है.
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स्थानीय पुलिस पदाधिकारियों की भी इस पर नजर होती है लेकिन ना तो कोई कहने वाला है और ना ही कोई टोकने वाला है. खराब सड़कों के बावजूद ओवरलोड वाहन खतरनाक स्थिति से गुजारते हैं. बुधवार को एक ओवरलोड गेहूं लदा ट्रैक्टर का टेलर नवगछिया पूर्वी चंपारण केबिन के पास पलट गया. जिस वक्त यह हादसा हुआ. ट्रैक्टर के आस-पास कई छोटे-छोटे यात्री वाहन खड़े थे और उस पर यात्री बैठे थे. गनीमत थी कि टेलर किसी यात्री वाहन पर नहीं गिरी, नहीं तो एक बड़ी घटना घट सकती थी.
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नवगछिया के कई स्थानीय लोगों ने बताया कि ओवरलोडिंग पर रेल प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को तुरंत लगाम लगाना चाहिए. क्योंकि, इस कदर ओवरलोडिंग से लोगों को जान-माल का खतरा है. एक ट्रैक्टर के टेलर पर 8 टन से अधिक माल लोड किया जा रहा है. रेल रैक प्वाइंट पर जहां पर लोडिंग और अनलोडिंग की जाती है, वहां पर वाहनों पर कितनी लोडिंग की जा रही है. इसे मापने की कोई व्यवस्था नहीं है.
एक ट्रैक्टर के टेलर पर 160 बोरी लोड कर दी जाती है. प्रत्येक बोरी का वजन 50 केजी के करीब रहता है. टेलर से दोगुनी से भी अधिक ऊंचाई तक बोरियों को लोड किया जाता है और फिर उसे रस्सियों से बांधा जाता है. मौके पर ही रेलवे द्वारा ट्रैक्टर चालक को विधिवत चालान दिया जाता है.